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UNIVERSITY OF OXFORD

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bd 2)... Hed: Cand |

Indian Austitute, Oxford.

अथ कवि चंद atk छत gaia वैदहान रसै लिष्यते |

१॥ आदि Tet १॥

प्रथम साटकङंद॥ आदि प्रनम्य नम्य TRS वानीय वंदे पयं fae धारन धारयं वसुमती Wala चरनाश्रयं तमगुन तिष्ठति इस दुष्ट+द्‌ इनं सुरनाथ सिदिश्रयं॥ थिर चर जंगम जीव चंदनमयं WIG वरदामयं॥१॥ वथुञखा छद्‌ प्रथम सुमंगल मूल Baga स्मृतिसत्य जल सिंचिय सुतरु WH धर wa उभ्यो चिषट साष रभ्मिय Paget बरन पत्त मुष पत्त! सुभ्यो

* This reading is from A. + 2. in both पत

B

म्‌ खादि पव्वै।

कुमुमरग WITE* सुफल उकति AeA अमीर

रस द्रसन पारस रमिय॥ अस असन कवि ATW kt

कवित्न

प्रथम किय मगल प्रमान tt निगम संपूजयः वेद्‌ धुर $ faqa साष बिह चक्त॥

बरन लगे सुपत्त्र tt

त्वचा NA Vacs tt

सन्त wea चाव दिसि

कमं सुफल उदयत

Baa सुत मध्य वसि

Se a वाय नुप नीति भति खाद Baa जोवन करिब कलि जाय लग्गे कलंक इहि सति मति आअढति धरिय॥३॥

* दे. {परस 4. संपजय 8.

wife 7a | g

कवित्त qufa भूमि faa क्यार वेद सिंचिय जलं पुरन I बोय सुबय लय मध्य॥ ग्यान BAC AIA I चिगुन are संग्रहिय॥ नाम ae पत्त ta fata a सुक्रम सुसन Geary सुगति wat द्रव संगति।

दूज सुमन डसिय) बुध पक्त रस

az fama गुन पस्तरिय i

तरु इक साष चय लाक ate

अजय faa गुन विस्तरिय॥ ४। AT भुजंग प्रयातं |

प्रथम भुजंगी TIT TSF |

faa नाम रकं अनेकं He

दूती wave देवतं जोवतेसं

far विश्च TST बली मंच सेसं

चवं वेद वंभं इरी कित्ति भाषी॥

जिनै म्म साभम्म संसार साषी॥

ठृती भारती व्यास भारथ ATT

जिनै उतपारथ सारथ सध्या I

चवं सुषदेवं परौोषत पायं

* भसिय A and B. सुमन A and B. B2

| चादि पव्व।

fat wear अव Fade रायं

ACSA पंचम्म Bt ea AIT tt

नेलेराय ag fet we हारं

as कालिदास सुभाषा सुबड़ं

जिनै वाग वानी सुवानी सुबह

कियो कालिका सुष्य वासं Tae

faa सेत seat तिभाजन प्रबंध

सतं ङंडमालो उलाली afar

fart बुडधितारंग गंगासरित्तं

जयदेव BS कवी कल्बिरायं

fat केवल fart गाविंद गायं

गुरं सम्ब Heal UE चंद्‌ कन्नो |

faa दरसियदेविसा sia wat 1

कवो fafa ata उकती सुदिष्यो

तिन at उचिष्टो कवि चंद्‌ भ्यो ॥५। दादा उचिष्ट We छंद बयन सुनत सु जंपिय नारि तन पविच पावन कविय उकति अनूट उधारि ॥६॥ कवित्त He कति सम Ra तंत पावन बड कवि

wife wa |

तंत मंत उच्चार देवि द्रसिय मद्धि दव्विय॥ तंत बीर उग्र॑त रंग राजन सुषद्‌डय॥ बाल केल प्रत्यंग सुरनि sate कविताडेय अवलंब उकति उच्चार करि॥ जिदितमेदहिकेा विद ce समब्रह्मरूप या AAT कड्‌ mi उचिष्ट कविय कदे ७॥ कवित्त चंद वाक्यं सम बनिता aca] Ge जंपिय कोमल कल सबद्‌ ब्रह्म इइ सत्ति अपर पावन कदि अमल fafea सबद नहि रूप। रेष आकार बन नहि अकल अगाध अपार पार पावन चयपुर ate i तिहि सबद्‌ ब्रह्म रचना करो A गुरु प्रसाद्‌ सरसे प्रसन्न जद्यपि सु उकति gat जगति ता कमल बद्नि कवित इसन

ष्‌ wife war |

कवित्त चंद्‌ स्त्री वाक्यं तुम बानो वर वंद्‌॥ नाग देखंत विमल मति॥ az भंग गुन रहित॥ कंठकैमार काव्य ङ्त बृधितरग सम गंग उकति उच्चार अमीय कल सुनर सुनत विदसंत॥ मंत जनु वस्य करन बल अवतार भूप प्रिथिराज प्‌ राज सुष तिन समलदहहि | बोराधिबीर सामतं सब तिन सु गर्ह अच्छी कहि कवित्त चद्‌ वाक्यं गजगवनो प्रति चंद्‌॥ ae कमल उच्ारिय॥ मनदहरनी TAA सुरन सागर रस धारिय॥ वंक नयन TANTS प्रानबल्लभ सुषद्‌ाईय गरू अगुन निगुन ग्रहनि॥ गवरि पूजा फल पाड्य भर आदि sia कविता जितै तिन अनंत गति मति कडिय अनेकं ग्रंथ तिन बरन बत॥ यै उचिष्ट मति में लदिय १०॥

Sz Vsti Ii प्रनम्य प्रथम मम आदि 24 |

ॐकार सबद जिन करि अदेव

ate Wed |

निरकार मध्य साकार कीन॥ मनसा विललास सह फल फलीन चयगुमह तेज चयपुर निवास सुर सुरग भूमि AT नागभास॥ फनि ब्रह्मरूप ब्रह्मांड चारि कथि चतुर वेद्‌ प्रमु तत्तसार॥ बरना Bile करता AV

गुन रहित गुननि ae रूप रेष fate रचे सुरग श्रू सत्त पाताल I जम ब्रह्य इद्र रिषि शाकप्राल॥ पवनडइ HE अग्गि जल धर ART सरिता समुह fafa गिर निवास अस्ि लष्ष च्यारि रचि जोव sta बरनंततेन Vt Get अंत अडार बन्न वेली सु कोन

नाना प्रकार सब गुन अधोन॥ करि सके ATs Bat fe wT धरि कुमः सीस दुष सहे चंग fea मान देव रवि रजनि AIT I __ उग्गे द्र वने प्रमु हकम)जार॥

* nat उचारि A. Sm +~

aife wad |

ससि सदा राति अग्या अधोन॥ उग्गे ARTA हाय कलाहीन द्विगपाल दावि te सबर+ भूमि i aaa केर TS चांपि चुमि॥ परिमान पवन करे गवन गाह घटि बढी अंग मंडे उक्ाइ इद्र सुरग मेध अग्या BAA ti ATT F ATT Tel TATA |

धर रहि अचल हाय Ay प्रताप॥ इलि चलि निमष सक्त संताप VFA UVC Vat AAA |

तट समुद सत्त नहि षोज तास परिमान अप्य लंघे कड

करे सेड क्रम UY CRA जाद अग्यानमेरि के an ताहि qa भविस्य at ana हि वरनयेो वेद्‌ ब्रह्मा अदेह

जल लह UT Tal देह दे पुनि AS व्यास दस अट पुरान | अवतार रचित नाना विधान

* ve sf

fe दि पव्वं |

वरनधै विमल मति 2a देव

सब रहे साधि इलद्धौ मेव

फुनि बालमोक रामावतार

शत केाटि ग्रंथ कथि तत्त सार

विध्वंसि सीयक जेव दाद्‌

TIAA रौद कपि द्यित are ti

पुनि पच काव्य कवितान कौन

अग्यान नरन उर दीप STAs I

कित्तीकं बात मा मति प्रकास॥

करि सकें मव्वे* ता हाड हास ११॥ दूदा सुनत काव्य कवि चंद Sty चित श्रानन्दी नारि॥ तुम बानी बानी प्रसन्न इसन waa निवारि ॥१२॥ कवित्त कदे कंति afada तंत रसना रससागर I तुम गुन अवन सुहतं जानि चमकंत कलाकर | तुम देवी बर दानि॥ दान दीजै afe कन्बिय॥ अष्टादसह पुरान नाम परिमानह सन्बिय।॥

* aq A (i. ©. सब्वै), but the reading in the text wa (i. ९. गव्य boasting, pride) suits better.

c

१० व्यादि Wea |

तुम कथत कथन Brae ate अगा पलु भव सुधर Bata तिमर az सुनत॥ अध्वकं मल हिय set १३॥ az पड्री। बह्मन्यदेव सम वासुदेव I अष्टादस पुरान तिन AS सभेव तिन कां नाम परिमान बन्नि॥ जिन सुनत qs भव हा तन्नि | ब्रह्मह पुरान दस सहस जुट fate पढत सुनत तन तष्य दुहि पचास पंच इव्नार + गन्ति पद्मह पुरान तिन कल्यो तन्नि तेवीस सदस & च्यारि जानि॥ विष्णु पुरान विष्णु समानि Sata सदस कडि शिव पुरान तिहि पठत सुनत सम अमिय ora | अटार सहस भागवत भेव | करि पार परिष्यत सुक्रदेव

# ye

wife पव्व |

नारद्‌ पुरान ALS पाव ATA I avi मुक्ति माद्‌ आनंद्‌ ATG I मारकंड नाम ALA SANT परान पविच.सा दुष जार A पंद्रह ENT संध्या AIT अग्नि पुरान पडिपापदूर॥ wae हजार & पांच पडि 1 भवषित qua at पाप जड़ि॥ ब्रह्यवेत्रत ससं अटार

केवल गिनान कथि भक्ति सार॥ रद्रह हजार लिंगह पुरान AAT अथे आगम FWA Il चैवीस सहस बाराइ भक्ति पारष पुरान तिन अमित सक्ति हजार इक्यासी Ale विवेकं स्कन्द पुरान भव भक्तिं TH TANT सदस वामन सु AT परान सुनत सुधि खग्ग पद्‌ AAT हजार FCA पुरान भाषा विनेाद प्राक्रम गुरान ॥.

02

१९

सादि प्व्वं |

विद्या इजार मित aE देव विधि संष vet सेव भेव गुनडस सहस TUS" पुरान ओतान वक्त भक्ति Tia t ब्रह्मांड पुरान बारह सह॑स करि व्यास भक्ति प्रमु कंस नंस॥ पंद्रह हजार अरु च्यारि area सम ब्रह्म व्यास कडि VT भाष॥१४। दूदा wet कित्ति wears की जुग्गनि जुग्गनि वास अप्य मन्ति ava सबल | मति करो कवि हास OY I गादा पय WH Waar रकन्नो कनय राय भायंसी कर कसी गुज्नरीय॥ रन्बरियं नेव जीवंति १६ सत्त षनै Blas | महिलानं मह सद नुपरयथा

चादि wad |

सनफल WHAT पयसा |

पन्बरियं नैव चालंति १७॥ रब्बरियं रस मंदं

a ysifa साध अमियेन॥ उकति जुकतिय Te

नथि aa कवि कल्यिय तेन पते वसंत मासे

केकिलं कार अंब बन HTS I बर aq रवि रष्व

कपातयं नैव कलयंति १८॥ सहसं किरन सुभा |

उगि आदित्य गमय अंधार॥ अष्यं उमान सारा ti

भाडलयं नैव Teas १९ कज्जल महि कस्तूरी

रानो Wea नयन Wat at मसि घसि कुंभारी॥

fa नयने नैव sisifa i २० देस सीस असमानं #

सुर सुरोस fea तिष्ठ नित्यानं

* ८.

AR

खादि Wa |

Gia गलतौ पूजारा गड्वा नैव ढालंति २१ दुहा | Hel लगि लघुता वरनवें कंविन eta कवि चंद्‌ उन कहि तेजा उन्बरी से बकं करि छद्‌ ₹२॥ सरस काव्य CIA Tai i षल जन सुनि इसंत ae सिंधुर देषि aay सखान सुभाव Baa 2s 1 ता पनि सुजन निमित्त qa | ` रचियै तन मन फूल जका भय जीय जानिके ait sft THA २४॥ साटक॥ सुक्ताद्ार विद्ार सार सुबधा अबुधा बुधा गापिनी॥ सेतं चीर सरीर नीर गडरा गोरी गिराजागिनी॥ बोना पानि सुवानो जानि द्धि are सारसा चासिनी॥

लवो जा चिहरार भार जघना विधना घना नासिनी॥ २५॥

च्यादि aq | १५

चं जा AS गध राग रचयं अलिभूरि आच्छादिता॥ गुंजा इार ANT गुन जा Ht पया भासिता अग्रे जा afa कुंडलं करि करः स्तु दौर उदारयं॥ सेयं पातु TAT सेस सफलं एथिराज काव्य छते ॥२६॥ छंद विराज

रतं TA भारी करुना विचारो feat सात नप्प विया da लष्ष' भिले wa Sey रमै काम सीहं॥ इकं रिष्य अधी दिये कामचधै॥ fase रिषि भारी॥ दिध काम डासे। wa पुच तव्बं भजा भार aay सिरा माल with गनेसं विचारी fas asa ईसं wat रस बीसं॥ TINT Tet विये पुरुष भिल्ली डके St नहं इन्ध पुच ae fast मात भारी।॥ सरायं विचारो करो जाकु THN यी Te सीसं। at कचन अगौ gfe नाम लगौ AMAT रूपं गनेसं सभूपं इका दत Satu facia aay सुभे दंत रेसे॥ aie प्रसं

+

९६

च्ादि wed |

Sern

मने ममि धारी॥ बराहं उपारी इसी नड तेजं कला साम केजं॥ नमा देव कदं प्रजा ईस ae) भषे wa परेतं तिजारौनहेतं॥ za दीह UH lo दुतो VS Aa भगतं सुचक्री feat लद्धी aati इवं चाष अथं कर नाक ae सुभक्ती समती जलं मादि पती धरं आक सीसं॥ चिजाक ईस ईसं। चयं वेद्‌ wat पियं चंद्‌ भक्घी॥ २७॥

नमसकार संकर कियैा।॥

awa बुधि कवि de

सती WaT लंपट नवौ अवुधि मच fag Fz NEN

Ser

साधन माग संजाग TH

मंडन ATA AG

नमे उमा उर आभरन I

जय बंधन जट जुट RE * ag 8.

चादि पव्वे। ९.७

az विराज i जटा जुट FE लिलाटंत ey विराजंत ae ayant as शिरा ares गिरिजा अनंद्‌ं॥ fat fafa ae TA वीर मदं करी चर्म॑ सदं कर काल we Ve गंग wet afin ee y vet जानि जद नये जाग WS घटा जानि भं | जरे काम तदं हरं चाहि वदं रतै मेह कद at gfe दहं ४॥ नटे मेष रदं नमे ईस LSI ३०। Seth करिये भक्ति कवि Ye ez इरि जंपिय इह भाई ईस UAT जु Te नरक WAT जाड ३१॥ शोक परात्परतरं याति। नारायणपरायणं ते तच गमिष्यंति जे दुषंति Aaa ३२॥ साटक॥ गंगाया अगुलत्त वसनमसनं Tat उमा Vt वरं संषं भूत कपालमाल असितं वेजंति माला इर |

* सद्‌ B, D

bo

चादि qo |

चम मध्य विभूति afaaga विभ्भूति मायाकमं पापं विद्ठरति afa saa वियं बीयं वरदेवयं ween गाहा॥ |

दरहा

कवित्त

AAT महाव Heat

नव नव fart संग्रहं गयं सागर सरिस तरगेा।॥ बादथ्ययं उक्तियं चलयं ३४

काव्य समुद्र कवि चंद कत सुगति समप्पन ग्यांन राजनोति बेदिथ सुफल पार उतारन यांन ३५ ae udy कवित्त जति साटकं गाइ TEA I

लद गुर मडित षंडिय हि पिंगल अमर भरण्य SE

अति dat उधार सलिल जिम पिष्ि सिवारद॥ वरन वरन साभ॑त॥ हार चतुरंग विसालद विमल अमल वानी विसाल॥ वयन वानी वर AAA उक्तिन बयन faare मेद्‌ Alaa मननेन

छादि पव्व) १९

युत अयुत जुक्ति विचचार विधि॥

बयन AT FIN RE

घरि afg मति are ues

तै चंद दास feat वद ३७॥

श्लोक उक्तिधम्मे विसालस्य राजनीति नवं रसं षटभाषा पुरानं कुरानं कथितं मया ३८ कंवित्त

चरन नीम Bhar Ata पार we गुरु विधि मडिय॥ सुर विकास जारो सुर सुष्य॥ उक्ति ta गौषनि afea i जगति are विस्तरिय॥ fafeaa घाट qafea 1 महि मंडन मेधान ti याहि Hea जस सदिय॥ घन तकं san वितकं जति चिचरग करि अनुसरिय विश्वकमं† कवि faaza रसियं सरस उच्चरिय॥

* समृष्यं ए. ..† विञ्चकमे कमे. 8.

D 2

Re atte gad |

atte तकं वितकं उतकं सुजतिय राज सभा सुभ भासन afag | कवि आदर साद्र बुध TST तै परि करि गुन रास निबादा॥ ४० धम्य अधमेन बुद्धि विचारौ नयन नारिनिय नेह निहार कैक कलाकल केलि प्रकासै AT अरथ करौ गुन TNT भाक ॥४१॥ पारासर जे पत्त विहासह सतवंती AA गुर भास tt Wey अटार सवा WHT लष्यै तै भारय गुर तत्त विसष्ये ४२॥ कवित्त रास बर बुद्धि fate सुद्धि सा aq प्रमानिय राज नीति पायै ग्यान पाईयै सुजानिय | उक्ति जुगति ase aca धरि बहि va मानिय।

* नारथ. A.

दूदा

गादा I

सादि पव्वे |

या समान गुन AT

देव नर नाग बषानिय॥

भविद्धत भूत aae गुनित

गुन चिकाल सरसईय

जा Usa तत्त TWAT AAT

कुमति मति नदि द्रसडंय।॥ ४३॥

कुमति मति दसन तिहि

विधि विनान अव्नान॥

तिहि रासा जु पविच गुन

सरस Fa रसान ४४॥

सत सहस नष सिष सरस

सकल आदि सुनि fear i

चट बढ मत AIT पटौ

मेदि दूसन वसिष्प By १॥

अरथं ढकि सहसा

उधार नवश्थि रकलया

मद्यं A Waa

चतुर Gl हारयं जमं ४५।२॥

RQ wife waa |

कवित्त दानव कुल छचीय नाम दढा रष्यस ar तिहि सु जेत प्रथिराज॥ सुर aaa अस्ति भर॥ जिहि जाति कवि चंद्‌॥ रूप संजागी भागी भम इक दीह wet za ae समाय aa जथ कश्य तथ Vz निर्मये जाग राज नाल हिय* बज गवाह अरिदलमलन॥ तासु fart चंद afeay 7 ४६॥ STS प्रथम राज चहवान पिश्य बर्‌ राजधान रजे जंगल धर मुषसुभटरखर Aaa ST I fafe dal सुरतान प्रान UT gol ata ve faa सेवह पर ae सुदत्त सामत खर बर ` aut किति प्रसार सार सदह sat बरनि भति fafa ae ४८॥ छद्‌ दनुफाल इति नृफालय इं I कल बरनि बरनि सु कट्‌

* जाग भाग राजन लद्दिय. 3.

wife Wed |

नहि नाल पिंगल SIT I EA Fal दुजनिय भार संसार बंधन दाय

इक vant विद्य समाय AA Sz AAC रक नदि पिंग fare मेक I किंडि काल aca g faq i लहि नागरूप सु Aq I इरि eat बाहन आड्‌ तिंहि avait पिंगल चायि॥ देविद्य रूप सु अद्ध

सो गै इल करि सङ सा तच्छ बोर VATA I

जुग जुगिनि fret ध्यान इक हता सिंगिय रीष्ष तप कर बाल विसिष् | न्प गये बर TNT दिषि su स्रतकं वेट वाराह रूप प्रमान

लग्यो सु ब्रह्म धियान।

RR

RB

wife wea |

दह वार FHI राज॥ qa दिय उत्तर काज॥ लपि चित्त चिच ama या भये रिषि अवधूत भयै ताम तामस राज॥ लिये गान मंच विराज कम्मान AT नक AY नृपराज TH गल SY फिरि गये ग्रह प्रमान अधासु बालक UTA ht fafa walt नैन भरीव तम ताम रूप ata |

पे जुन्र बालक af गलि गभ कों वितुलि तिहि तजिय तातहइ मान ti धरि ara sit निधान॥ करि कराध ञअंषि सु cH इवि जानि लग्गिय ल्त fate जियत gay अप्य का तात लभूभय ST |

अदि Wa | Ry

रिस करों जाब प्रमान

जरे तीन लाक अमान |

रिस तेज कपत बाल

दिष्योसुतात विसाल॥

वह लग्ग ब्रह्य धियान

भयै कारि तामस ताम ii

अति ल्ल fefer रिषि are

दिष्योसु तात BATE ४९॥ कवित्त

जारि इश्य थुति मंच

fat परदद्धि afin va |

रुधिर नयन ATH

कंठ लग्यो सु afH wa i

qa दार विभार॥

गाजि आदय सुत मग्ग

भर भर भर उच्चार

रास दावानल AA

fate इत्या am AT तात गर ii

गनिव सत्त दिन में प्रमित्त

* जाजि।

र्‌ आदि wed |

Al al अप्य AH सुत्रत

कैकाया Baa सुगति ५०॥ साटक॥ धन्धाधन्ध सुबाल तापन तनं बाल बलं free ara ga कि सास दास विविधं बानीय गद्गद AT va भूप विसाल भूमि भरनं YA NTT राजनं तं asia विचार व्याघ्र विधन नैवापि संनापयं ५१ दत्वा आराप्यमिदं रुतं गुरुवर AGT राजानयं सत्यं सत्त दिनानि पानिपवरं नैवं चलंते पय त्वं आप चयलाक जालति बरं Wa वर पुचयं रकं दीह Ya प्रापति पदं चेलाकयं चासयं ॥५२॥ Ser

सब रिषिमैमे ga

बय दिष्य परसान।॥

मानहू ददो वर VE Ii

बठढति कला वर भान ५३॥ कवित्त

पुच ate रिषिराज

जाड ST थान सुपत्ता

पंथ FRE ATT

गादा

चादि प्यं

रिषि श्रापान facet

अति सुदीन सिर ata

उंच नहि भाल उचादय॥ fate दिष्ट राजन चरित्त॥ मंगन आईय॥

WAT WH जेगिद्र वर

धातु बधे TST पर

fafe काज रिषि sat acts i उर धर AST लग डर ५४॥

जा जप्यो रिष पुतं

प्रलयं हाड सत्तियं कालं

जं UTA ST UA I

QT AMR राजनं बलयं ५५

HS ASH Ii ZU कंडि UAH प्रजंकपला# मुहमुदिर भान HATS कला न्टप दीन इलया बहुचित्त faci सुहल्या जनु Bias पीप पतं

2

* दूला 4,

व्यादि qd |

पतनं गुर जानि चरन्न लग्यो बहरी रिषि राज प्रान दग्धे ॥५६॥

गादा

दूदा

कवित्त

मने रिषि थ्य प्रान aaa जीवनं गुरयं जा फल WT TTI ता कालं fra At वरयं ॥५७॥

aa चिंतय रिषि राज गुर yfaa अन रिषराज॥

क्यों उधार हाड आष AT कदा छपा करि आज ५८॥

मद्‌ भंडो इक पुरष निसा भद अधरत्ती वरगना अंगने

Ser अहि परत धरती | सुरापान आमिष्ष

गया ATE तवि बुद्धय

* <a B.

छदि wa |

उच्चारत हा WAX

जाय वैकुंठ सु टद्िय॥ परतापनाम सद्‌ गति WTF | कीर कदत परिषत्त सम | भागवत्त सुनहि जाद कचित ता AUT Ba अक्रम ॥५९॥ जदि आप तुहि watt तदि परिसाक धर धर पसु पंषि जल afe i

afs मुनि वर समाधि उर afe wa इरि रषि।॥

HI त्रं मात परीषत

पंडव वंस प्रतष्य।

तषत wet धारौ दिष्षत॥ अचरिज्न कडा तुम Vata ti हाद प्रसन्न सुकदेव कदि दिन सत्त अवधि अंतर बहत हरि सु wat दिनक महि ६०॥

# This and the next time are. not in B. + vate B.

२०

wife wad |

धरनि रूप करि Ba |

wa बदरा संग लियै।॥

द्यार षड महि चरत ti

देषि कलि जुग कुपि feat चरन तीन भन्नत

प्रजा सब Bra पुकारिय॥ चडि करि तें टपराज बश्य+ परिताहि वद्धारिय॥ fafe कीर अंग लग्गा परस तिहि कारन इइ Hasta MI जाय पन्नग तक सिंगी गर धतिय षिज्जिय &१॥

HS चाटक॥

इति zee सुमंत गुरं

दिन सात पवयो हरि गंग HT | करित पत्त छिमा forgets भरं त्रितकाल विकालद चित्तधरं न्निपराज परीत तत्त गुर धरिध्यानकद्यो बदलीष धरं

* aq B,

च्यादि Wa | Re

Za कालमसुतप्पयदेव AT I न्टन ग्यान सुन्धो वपु व्यास AT NN ISH Ii या विद्या बदलीत राजन गुरु Bret रिषंतारयं॥ Ta राजसु SX धारन धरं frat AAT yt Mad सुधनं तु मातुलं इयं Are इरि तारयं॥ मे ध्यान रिषि राज राजं वर पापापहारं पर ESI चंद्रायना अति किसलय सु सकामल अग जानु कि afaa देदीय अरग किला दोपायन दौपन व्यास कोपिन रकि मंडल चास ६४ Sur किसनदीप दीपायनह कदो रषी सब बत जु कु सराप Yt उध्थी परन राज गुर्‌ AAA

का वित्त fat आई वर ब्रह्म

अप्य रिषि रिषि सु पुकारं॥

* ददी waa 8, ज. 23, + Bomits खा |

RR

aife ua |

कै त्क ZI AE

तरू ARH मरे धारं

उभय fan चिंतय

VE Wl AV | AT

ZU 4 Sai ता ATA

अदित za रिष्य fata qa भति चित्त चिंता सुचित धरि ध्यान चित ध्यान जिय॥ सत विष्य ars लिय बार बर्‌ आड थ्य राजनसुदिय॥&५॥ दिय ea मधि कोट सुफल चेद राजन धारिय॥

कम लंदन लागंत

निकरि कीटं कित कारिय॥ दिनक मधि ada ti

भरा Afa पंचनि नारिय॥ न्टपति हकम मुष fear करा सा* काम कारिय॥ फिरि आड राद दिष्ट वचिय॥

* {3010108 सो

wife ya |

RR

am मडि cane फनिय जं जाइ site कलि हंस कत

ey देह aa ्र्पनिय॥ तब जनमजेय YA

fear efaa जनमु किय

तहां धन अतरवेद्‌

६€॥

STH चडि लैन सुत किय॥

करिय te चलि अप्य सहस चेला संग धारिय आस्तोक धुर ATA |

तब सु तद्धूयकं बिच्चारिय॥

छलत किं रूप लकुटी Asa

ग्रहिय गुरु पुङ्ध * डसिय |

भष काज सिष्य सिष्या द्‌इडइ विप्र रूप तद्कक इसिय &७॥

Ser आस्तीक गुर वेर कजि पडि

विद्या ग्रह AIT I

wane निप सों मिलिय॥ मंद्यो अष्यन जाग ॥६८॥

* B. og

as अदि wad |

कवित्त fafea वैर fag बरस॥ पत faa बालि सचारबप ZU जनमेजय नाम | I तामस उत गारब॥ तात बैर सिसुरष्ि। जियन साद Bre विचारे जानिलु बात नहरिय॥ AX RIT जनु HT | Va मंत सक्ति तङ्क सुनग॥ दद्र सरन पती तवै सुनि कनं राज तामस भयै करह मंच साधन सवै ६९

चद्रायना ॥# करि† अस्तुति खाहा इद्र जेागं॥ तां इद्र आय सुरं नाग भेागं॥ इत देव सादेव सारन BAT तिन काडि दीयंत ae पाप पायै 1 I

* 8008 कद्‌ WHA करौ B.

च्यादि Wed |

कवित्त अभय दान चातुर अन GAS पान SAN सरन रष्षि भय नरन | कटि q कित afe सत। तुय लग्गि aa कराल खान मंसन वासै रुधिर चरम अरु असति बस्त बस्तन नासै aed जाइ जग TUT जननि जाय ग्रभडह गरे तिन कारज राज IFAS | नियत तदक तन TAT ५१ Sur it au चिंता ag af aa sat sa वाय चिन काल ti नृप राजत राजकुल पुनरजनम दुष ज्वाल OR

* 2B. F2

Re

ae अदि पन्नं |

कवित्त सा तदक AY प्रमान मंदो सु अचल करि गरव गरूर तें fasts St TA जु मंत धुर अचल <a प्रति aa अचल a चित अचल बर tt देव देव प्रारश्थि॥ इद्र मुकिय asta धर I AIS नाम धर Haat दूर aaa थदराद्या॥ कल पान YEU AR बस्त TE AS गुरु गुर छाई या ७३॥

Eur सो आबू wart विधि॥ कां कथा परबंध sat safest रिष्य मुष | Gat सु गुर समबंध॥9४॥ ` गुर गालब Var सिष |

अदि wa | २७

बह विद्या पठि sax पय लग्गा गुर राज कै॥ AV THAT काम॥ | छंद वाधा॥ गालव रिषि सिष्य wart i दिय विद्या बुध कम कम अंग गुर दकिन Ast गुर जच | गुर पतनी तब मंगि विरे कुंडल जि पिचिया ara i अप्यो जासु दकिन दान॥ दिवस AAT aa अंडे चरचेां दान विप्र चुत He चस्य रिष्थि चमके ताम ।॥ गुर गुरनो कें करे प्रनाम॥ चिंतत इष्ट WAT बर TIE संपतै थं सद्‌ निप are जच्चे कुंडल fafaa पासं साद waa विधि बर तासं विप्र nea समपे कुंडल

“So Band T. but A has जाम which rhymes while the other reading does no

इष्ट

खादि wai |

कदि डर तक्षक वोच नोच षल लै कुंडल Va इरषे मन॥ STAT राज विप्र अन्धो BA I रम्यो विप्र राइ चंचल चर ङलि तदक लीनं Fes वर WO कमयै fan ofe अति चंचल धरि afe Sa g गये रसातल विल इषे agi रिषि ताम॥

दमन fia भय विहत विराम अस्तुति दद्र करन wa रिषि amit वासव faaa वज्र सिष त्रित असित feat ्राषंडल

धर रिषि afe wa विल मंडल पेठ विप्र नागपुर ठाम॥

थाम प्रग्र मंच विराम॥

TAN पुरुष UH षट आरं ` फेर चक्र तास फिरि तारं i

TEN बाह ATE सत वारं

उच तेज BWR अपार

* चत 3.

Fy © wife ua | Be

धं नर नारि अषे वर ara वे अह थ्य वे ईस aaa faaa सड्िता तंति ara a अद सेत स्याम अध तायं अदि धुते Vas Aare UAT पद्ध AYA सरां फकत पुं धार Ya Wat Wil नाग अंग सह Tat प्रगटे अख पलक Te धति अप्या कुंड नाग मान हति | fae कुंडल AG गुर वामं गुर विद्या अप्प अभिराम दूज वर व्र पेट HET धर विल sifua* fare थान मंडि थिर ७७॥ दूदा विल अथाह तिहि थान भय वहत संवद्कर वित VIR कराल कराल भै faa faa काल बितित॥ oz

* „^. 294 B. भेत |

8० अदि waa |

ae पड़रि fafe समय ताम वाचिष्ट रिष्ष धर ASA करत सम आड सिष्ष सिव पुरिस सभ सारन बन्न॥ सुभ थान TI BATS मनर बर इष्ि ठाम विश्राम ara ii अनेक रिष्षि किय ae विश्राम fate समय चरतिय हाम थेन सामीप समंपो विलह तेन अध xfer इषि waa गाव सुदेव परिय afa विल अथाव EA VIA काल आत्रीतः चेन चित्ते सु रिषि ava केन वल जप्य VET गापात थान तहां गथ fof सिष्षह समान उतकंट विल set सु रिषि। नंदिनिय नाम कहि सदिति! सिष्षि Haq गाव संपत्त az संभारः क्िथै सुर उच्च तच्च

* fa. B. खात्रीन, A. सदति B. ft ware A.

wife ued)

Ga वचन सावद्क YA I चित्ते सु cfr facara कम ७€ दूदा i चित अनेकं विधि विवर i विल नंदिनी निकास मच रूष गंगा तवन लगे करन रिष तास Neo BS भुजंगो नमे देव गंगे जया मात गंगे ZA रूषका मंडलं ब्रह्म संगे चयं पथ्य चेयं गुनं ते निवासं वर खद्‌ SIT सेव HTT fed सेल भेदे सु भेदे धरायं॥ सजे रूप कायं सुरायं ATTA i मधू STA पाय प्रावेस कारो॥ सतं मुष AAT सामुद्र UT खली सेत Hal TUS समुदं अचे सेष wt सुमान समुदः धरा चल्लो* भागोरथो विश्वभागं

* चलि B.

४१

wife पव्वं |

faz अध्व ओघं तनं दुष्प दागं॥ सुभं उच्च sere बोचं विराजं मने स्तुम आरोह सोपान साजं॥ ` नरं नोर नीचं तटं ओन प्रम्मं तवै अम देवं गुनं WA WA परे ase कलेवर धंषि st भषी कावलं fafe गामाय yet tl तटं Stat wa थलं वारि ESN fac मधि अदल वीचिव wan तिनं आतम देह आनृप धार बरं उर्वसी चामरं fey AT धरे ध्यान भावं तिनं ToT द्वे faz मज्जनं अपसा जम सब्बे अलक्त गंगा तनं तेज सेड मनै दाहनं दाहं दानं जडे सुयं गंग WA | गंगा WATT | St नाम गंगा जमं किं करार चिपंथो चिगामो विराजंत गगा AVIS लाकं AT नाग+ AAT |

* ताम B.

© 2

wufe 42 1

THE धरी ज्यों fiat तीन लाकं महादिव्य धुन्नी नवं निगम STs I कला को गुहोरं FAT फारि ATH | vata Arafat मानुष्ष भागं॥ रदी नप्प अष्पी Ta ताप भज महावद राजं दिवं दुर्ग रजे

भयं भीषम मात ge पाप षंडे॥ . जमं ज्वाल जालं तमं तेज चंड CE WE रगो ET सीस AT I महामेदिनी मात दुर्गे TAT at काल काला जलं स्वेत रूपं तां उष्यनी मात ATH AAT भद्रे गाम सदं सु AAT मेतं॥ अर्य नाम गंगा उतंगा वितं इरद्वार दारं कला त्र HAST करी मुक्ति मग्गं महापापमद्रौ॥ तिनं नाम लीनै fad ताय पीजै॥ fad समरनं देव संयान कीजै कयै गाहि तें पंथ उग्माहि साजं॥ Get तापिनी तेज त्रं तेज राजं

षड्‌

88 wife war |

Gel मध्य वारानसी Ara* Sat कली काल FIA काटन्न क्रपेनो॥ ८१ Feri जब लगि रज तन मात A A TZ ञ्रंगसेालाद॥ तब लगि काल AIA क्रम्म पाप सब HTT ८२॥ गाथा Wt HA अधं सव WA दिव्यं at देह सारूपं॥ सुरगं† करं सुगामी We नाम रसन Vat ८३ दूदा | सुनि गंगा सुबयन रिष॥ उभरो आय Wars tt ताहि तिरत नदिनी॥ आद az विल यान॥ ८8 freq सिष्ष धार सुसब।॥ धर ast तां गाव॥

* मक्त. 3. + Bomits this. { gta 23 but wrongly ; ga == wa’ seems correct.

wife wa | ९५

ar meta मंदाकिनी

गद पयाल फिरि sia ८५॥ विल अथाह दिष्यौ सु frat चित चिता परयत

के निकसे या मधि गत॥ गात भयानकं षत ८&

ae fast

चिते रिषि ofa बिल 1दुक्रित॥ उर wait अति faa मद्धि fea qata रिष् सिष्य क्रत कामं ae काद्‌ बुद्धि बल तामं faa ध्यान अप्प रिषि राजं॥ यादि daca का धिर काजं चिंतत रिषि ध्यान उर भासः डे सत पुच हेमगिरि जासं

पुच रक जाचेां तिन पासं विल पुर पुरं उर आसं

ARN राजरिषि दिसि उतर

* परयत 2. t+ इत ^. T. good sense.

{ नासं A which gives no

9९ अदि Wa |

eat मन आनन्द दिव्य धर॥ गे रिषिराज पास गिरिराजं इष्ये अग पति आसन साजं मेना सहित आय पय लग्गे अरघ पाद्‌ करि WIAA Tai |i So | Ser

सुनि सु वचन गिरिराज Sr

ate रिषिकारन षात॥

पुच रक जच तुमहि ii

afta सपूरन गात ८८

कवित्त

तब सु faa fat <a

पुच we निज खन्बं॥

कहि कारन fafa षात॥

ष्य रपो कुल Az |

इसु रिषि सुत ब्रह्य i

नाम बाचिष्ट महामति॥

धमं पार तप aT hl

पार श्रुत कमे परमगति॥

TF FAT तुम रक AE

अदि Wa | 89

fifa काज कारज रिषि॥ daar वास विल उडरौ

पाद TAT परसुच अषि॥ ce तब अष्पहि अग्र पुत

सुनह गिरिराज चित faa पिता बाच रिष काज॥

कड छंडदहि सुक्रम fea

उच सु भूमि निषेद्‌

थान जानह्‌ तुम सब्ब

भ्रम करम अरु देव

सेव जाजन नहि अन्व qian देस कारन विक्रम कहां सु केम fast गमन afad प्रान aa at रिषि॥

पे दुष्ट थान Bate तन ° तब Sit सुच ब्रह्म

gat गिरिराज ya सम॥ इदहिसुमामि बिल ata रम्य मंडहिसु तप्प हम)

* Probably for हम shortened for the sake of the rhyme.

ec सादि पव्वं |

सवै देव इदि वास तिथ सब्बे रिषि aay fan ga बर वल्लि सुगुन गंधवे सव कन्व | किन्रह कम सुत धम धर II सुर्तिमान ast तिसिर इरि ब्रह्म ईस संवास सद जा आश्र महि इकर गिर॥

छद्‌ परो |i रमनीक ठाम बाचिष्ट राज॥ तहां aafe देव देवह विराज इइ यान पुब्ब क्रत युग प्रमान रिषि कयै तप्य जर्जित विधान Tee बीर इक बधिक ST अति पाप आघात करूप भजे Gam तिन धम ara | पायै सु इरिय दरसन विधान॥ चित संष चक्र गद्‌ पद्म बाह तन स्याम सुभित पीत ware i दिष्यो जु wet तन रूप भील

श्यादि we |

कोनी ae तन faa निमष stan mat y feg गेाविंद AT

जानी पुब्ब धरमह सरीर fafa दिष्यि दिङ्‌ कामह करूर॥ चिदया सु पाप मथांस az I

तब आय रिषि उपदेस दोन॥ fafe काज इडां \ यह क्रम कोन I ant रु ay fa ara gah बंटहि किं पाप पापह संजुत

तिहि जाय WEN बर भील मान॥ बंटयो पाप किन sit थान॥ लग्यो चरन कर धनुष तारि।॥ आघात घातं बानीस जारि॥ व्याघात नाम At बधिक थान॥ मम ya ra उद fara Wee

TST Ul 3

ai afed रिषिरजं॥ तुम केडई दिवस yaa करि अश्थं॥ फनि हम दरसन प्रमं ii

8९

* इयां >. तारी. 23. -† This line is omitted in T. |

ii

Wo अदि ua |

AAV गुरु मंच दे BAUS t मरां मरां ae afeat afea भगताय अंगयं नें भदे तु चक्रम AT I ai निय wa AT देहं es Fer | बाबी फिर sire वली अंग vt ही TAN ata सबद्‌ qe fant धीर धीर कै राम।॥€५॥ तब धरि मधि कढ्यैौ सु रिषि दिषिप्रबल्ल तप पार बालमीक रिषिसा war I सुनि fate qua बिचार ues कवित्त सुनि सु बचन गिरि qua i aa विधि राम ars cfs मध्य ya गिरि* acu सेई Veal बाच सहि

_* भिगिरि 8. evidently a 11181816.

wife पव्वे |

डे सु पंग बिन axe

रमि Wat UTE FT Ut

जाय परं faa man

करों GT AST YT ॥.

पित बाच सन्या Baa |

वाच सुरि de अवं बहि

साद बाच तातं wa कञ्ज रिषि

कद्‌ चक्कहि मुष मदि cot HE VET

अर्बुदा सचल AeA नाम

क्रत काम UAE UIT | ATA Wt

धर नंद नंद्‌ नंदन DANA tt

उद्धार सार ले जाह AA tt

SA सु गाय बनभ व्याघ्र काध॥

BT सु राज राजन समाध tt

कुरु लाय करिय करुना! सु धेन

दंडाय राज राजन वलेन

तन धरिग RA AMT सरीर

feat सिंघ तां निमष तीर

* बिन. 2. 1† gear 3. H 2

ve

x wife ya |

सुप्रसन्न गाय waa aq fcfa

fart 3 अंग द्रष्पक विसिष॥

यन थान दिषि अदा राज।

रिष ae St TE चलन साज ९८ कवित्त

तब तवि wae नाग।

fas गिरि नंद fea fea |

Vi weft लै my 1

fase at नाम! ara fea i तब नंदी Vaan

डप हिता नाम तिर्य हित सु रषि कज्न सुद्ध रहि॥ ` सुरनि उड़ रहि वाच पित॥ अप्प सु बत HIS उरग सुरनि सीस नषे सुमन ti

धय परसि मात पित बंध aa | TH सु हेम MAT गमन ॥€€ ¦

+ इष्यक 3. + The last half of this line and the whole of the three following lines are omitted from B, apparently by an error of the copyist.

ऋोदि wa |

aa निय अवृद्‌ ATT

कंध उदर्य नंदि नग» |

मग्ग अग्गा गिरिराज

रिषि संचये सथ्य arm

साध सिध सुर सुरद |

सुमन नंषे Var सड |

रिषि अगो गिरि पद्‌

छाय संपत तथ षड

प्रावेस किय गारत्त गिरि॥

जय जय बचन सरीर SF Il

भे मंगन सुतन सब्बे सुगिरि

Vaal नाक सु नाग FH NW १००॥ दूदा

VIA नाक सु नाग YH ।॥

दिव अस्तुति परमान |

पुहप ete दश्यां करिय

जय जय TAIT ATTN १०१॥

गात सकल गिरिजातकै॥

सब FSAI सम नाग `

# नन्द्गि, T.° `

wR

५४8 aife पव्वे |

उबरी नास सैल तहां tt साह wel बिन लाग १०२॥ नास सु CACTI FAT उर अति चिंता aT I अति srqt वाचिष्ट रिषि॥ ईस आराधन लग।॥१०३॥ साटक॥ ईसंजागिरिजाननेवगरयं उद्लंगमातंगिनी चर्मजावद्‌जामवंतजलज ^ वृदं तयं GSTS रष्यंजारतिकरनकामतिमलंद लयंति तोयंपुरं बिपुरारिंतनतुंगतारनगुरं जे जै et Tas ॥१०४॥ छंद भुजंगो नमे आदि नाथं Say समाथ। नदी मात तातं नका मंगिः वातं॥ जटा जूटयं सेषरं WATS | उर हार Vella WATS अनोलं असनं उपंबीत राजं कलंकालक्रटं करं खलसाजं वर अंग Bry विभूत Bre

* दः 8.“ + ममी.

अदि 7a |

ya कारि उग्रं सिकाल अनेापं। करि wa कधं हरी पारिधानं॥ SANTA वासं कैलास धानं उमा अंग वामं सुकामं पुरष्ष * सिरं गंगा नैनं! चयं पंच AT नमः संभवायं सरव्वाय पायं नमे WAG वरदाय सायं पद पत नित TAM ITT HIST महादेव भीमं भवार AGHA ईसं नर चवंकार | नमे WH VU Ma अकार I कुमारे गु नमेे नल Me नमे व्याधर्वाधर द्विद्ध जीवे॥ नमे लाहिते नील सिष्य'ड र्तं नमे qfaa चक्षुषे दिव्य रतं qe; खवदेवं स्तुतेवं

नमे faa जारिल्लर देव देवं॥ नमे तप्पमानाय ATA जार

५५

* कु ^ ४०2. t3¥B. ‡क्ष्रो. § TB. | षृ.

ud खादि wed |

नमे ब्रह्मचारी AIAG कार

fad चातमे चातगे अगे चार

नमे विश्वमा वित्तर विश्वरार

नमसते नमसते नमे सीततार॥

नमे सर्ववक्कायने GATT

नमे ब्रह्मवक्ताय भूतं पितार॥

नमे वाचपे विश्वपे aaa |

नमे सीस साहस्र Wala रसं |

सहस भुजा नैन सहस तेसं

नमे पाद्‌ साख आसंष कर्ने

नमे वहि हिरन्य हीरन्य वनने

नमे भक्ति आकंपनं संभ देवं

fat fife दाता मनं वच्च सेवं

प्रसन्नो Wal ईस तन्वे कन्बे

तनं ताप विनास चित तन्वे १०५ चैापाई

सुनि सुनि वचन मेद मन ईसं

आयषरौ TaN Tare सीसं॥

बरवर बानि नानि ATE

जपंहि ईस आस जिहि sme १०६॥

wife yea | rk)

ANTE मुनि सज्जन गुन गुन बर wet किति जिति जिहि धुर धुरे ता कीतो Aare सें लीजे॥ ब्रह्मासन आसन डालिज्ने

देषि सरूप ta मन Safe

जे जे जोड west वानो षदि

गोरक UT तेज तन उदित

रिषि रामंचित्त तैव मन सुदित ॥१०७॥ सुदित मन उदित तन भारो

इरि वैकुंठ La मनचारो।

sag गिरि धरि ध्यान सु ईसं

करे काल तिहि कालं जगोसं १०८

BSH li

aaa चिजटेवसीस चितयं Feu Teas

चेदेवं चिदिसा fay चिगुनयं चिसंध ese चरमं चयलछिकाल चितयंग्राम चयं चवयं गंगाच चिपुरारि भासित तनं सायं नमः संभवे॥१०९॥

- ~~

#* धंर ^. + डां. B.

ys

छादि war;

दूषा

saat प्रमथाधिपति

बर बर Fat बानी

रिषि aie उतकंठ मन साड सम्यो sift ११०॥ फिरि रिषिजंष्यो संमुमेों। जौ तुदा AH भास

भग्ग THAT अचल करि एनि सज्जो सिर षास १११॥ ar arg गिरि राज गुर मेर सम लसै लास

चिपथ ताप afa 24 ST li वसि afaatt कैलास ११२॥

कवित्त ॥,

aq gq ta मन सुदित॥ पानि dat गिर गोारव॥ रष्व अचल कडि अचल | भयै अचलेस नाम aq | सुथिर wat नग नंदि i ay fat ae | सच्यो।

चादि wat |

उमय श्राय तिहि ara

सगन प्रमथाधिप tsar

गिरि नंद नाम VASE सुतन अवेद नाग सुभि नम

fafe नाम fafay भय तिथ इर पारस अगप्यन AY तन ११३॥ चल नाम कडि अचल ।॥

अचल विद्या अभ्यासिय॥

sag गिरि धिर धयो

बीयै बानारस बासिय॥

उदित नाम इक ATT I

afa लभ्ये तिजगत गुर

Zea नाम इक दौड

करे उपवास ATT AT |

वानार भति बारानसीय

आव्‌ अवद उद्गरीय

जट विकट जाल विभूभूति रग॥ aca सुति fea दिग फिरिय।॥ ११४॥

ae uate

अग awa दिषि afse रिष्ष॥

12

arfe wa |

मन मुदित wat सम ae सिषा इर वासदेव सव गुन Bala |

वरन रिि चित चितःथान॥

आभासि सिष्य गोतम तथ्य

STATA वास अनि रिष्प सश्थ

आभासि रिष्व अनेक ताम

wate बालि प्रथु प्रियकः ara

देवल असित Wat FT

तमि स्प्य.माली विभूवः॥

मह महन सनक जनेय पैल

दालभ्य AH सुमंत Vell

दीपाय किलर थूलं सिराय॥

Aafca जग्य वक्री सु ताड

जैमनीय भ्रुव वैसंपयाब

इन लाम असुहाच जान

Hey अरति केसिक दामः।

उष्णीष) चिवन पनादवाम

धट जात, सुबलः मेाजयनेय, Il बल वाकं परासर वाय वेय॥ सचि वाक. जात HA कनमाख॥-

wife पव्वं | ६१

सनि वाक fears सुचिपाल i fafa वांनस पपत पारिजात अगस्ति मारकडे सुभाति | पावि पानि सवन्य रभ्य किरनाधकेत wy मेष सभ्य HATA भालकी ATT ATW गालं afe रिय ब्रह्म BAT | aifea बंध ATS सनक्क सानंद सनातनः TA FH सांडिल करक BAITS TT | AAT अश्व इय BT AT वेनी जय घनः घना सकेत वहे कलापः वक्रोव सेत अष्टा वक्रं उद्ाल केय

चव नह कपिल मातंग जेय माधव्व गरग अनेक रिष्य अर सु अन्य तां समह सिष्षः॥ अइवान मच बलः तथ्य ATs I Wa Sac MT | तथ्य alaxz गंग सरसति Bz

द्र

wife wad |

अनुसरिय बड़ सबसीयताय ऊषधी aa मनि aa धात

बर SH लता फल FEU पात जाजन्य जजन अधिनय ध्यायः लगे सु करन रुचि रिष आ्आय>+॥ अहवान बान उचान जाप॥ लगेसुकरन रुचि इष्ट ताप। जप हाम मंच धारनाध्यान॥ आरम्भ रिष्ष लग्गे सुग्यान॥ अराधि सकति अभासि aa aaa कोन गिर उच धाम॥ आद्र सरिष संवास कोन॥ आश्रमम Wey awa काज Fax ATA जाप SATA VTA I अआराध उच आयास Ara प्रोनतदेवसु वास आय॥

सब लिले छद्‌ ददार काय॥ विसेष मंच जंच गुरेन

बधेजु मंच कर By 2a

* © garg in the first line and चाप in the second.

ef< wed |

afc भसम देव देवल Bee I विस्माह अग्रत पावे सु पीव॥

अति wa कम्म इष्ये Bas | आर मु निसाचर लन मद्‌ arta fos मंगिय करूर

तिन समत afa षड नग नूर faa अचित पंच आभासि देह रस दुग्ध सही द्धा BAe |

के ud वायके ध्यान दैव

जल दूध ART AAT सकेव ११५

TST

कंदं फलानि फलय

aed मुनिय कालबेकालं

र्कापि धार धरयं॥

are सवं निधानं ११६॥

संताषं विनान wai

कल पंतं राजनं TT

जा Tals VE

सुखं इय मूल काम लया ११७॥

९६8 wife we

दहा ll जंचवेत दानव TAT अरु THA धुखकेत अप्प सथ्य लोने सकल आर FEE देत ११८॥ afar आन्त करि रिष्ष जग्य मंच कारन Gay जप US इश्थ बर YS अष्ट UTA VS वपु SVT तीन अरु AST Il मडि चवक्रून समासम॥ au संमति सम किय फनति वच्य देव कम्म ।॥ अगि नेव थान अगि नेव धर बाड कुंड दध्यिन दिसा॥ aca निवत्त धज मंडिके

TARA लगे किसा ११९ पंच yar जग्यैापवीत॥ पंच ual अधिकारिय॥

~ rr कम ्््------- ----------- - -------- [न ््----- --------- -

आदि Waa!

दवा मुनि दूज राज

वेस्य axe चितकारिय॥ चर विडाल पशु az

कम्म चंडाल GS करि

इद प्रमान ca विधि सुक्रम्म॥ जंग मंडे सुमंडि इरि दानव सुदुष्टं TE TRA दुष्ट मूच वरिषा कर

वसु मंस रुधिर ag सुजल कमं विप्र समुह STN १२० Vat चै fan

गीत Wat मंच जप॥

ता Het घन विधन

कारं BCE असुर FT कवक भूमि इलव

कवक पवत SATA

sfa afe कब कर

कवक TH बु्लावे ` भादिनो रूप WISH करे | aaa सिंघ नदह कर

K

६५

९६ अदि पव्वं।

तुष्णोक TS गावे केवकं | वे Esai तालह धरं १२९१॥ दृहा दिष्षिदिष्िमंडीसुरिध॥ जग्गिनि Brae जाप॥ ताहि विरागन मन मुदित॥ GA सकल संताप १२२॥ छंद प्री रज इष्टि उपल faa नंषि थान॥ चासना बीर पह लगिन यान रिष गये सब वाचिष्ठ पास॥ राष्यसन HET मंदो fara | रिष राज दुष्ट बध चित sa दंयो जजन TS मंच भाय | १२३॥ कवित्त aa सु रिष वाचिष्ट॥ कुंड रोचन रचिता महिं धरिया ध्यान जजि Sta मध्यबदी सरसा महि॥ तब प्रगट्यै प्रतिहार

अदि wa | १७

राज तिन ait afta i

Ufa WTA चालुक्घ

ब्रह्य तिन चाल सुसारिय।

पांवार प्रगट बीर AT I

क्यौ feo पंमार धनु

चय पुरुष Fe कीनै अतुल

नद रष्पस FSA तनु १२४॥ छंद मलया

कारनं जग्य बंभाननि मानयं

thay कुंड खंड fat थानयं

आसनं दिव्य देवान आहवानयं

आसुरं कौन उचिष्ट ऊथानयं १२५ दूदा

जब बाचिष्टह जग्य कजि

सजि कुंडह सुभ थान

तब आसुर अन TAS |

किय uae उतान १२६ कवित्त

तब fafaa बाचिष्ट

VE आसुर अविचारिय

K 2

qs

अदि aa |

जग्य fae उचिष्ट

करं कातर कत SIFTS |

सुरन अंस संग्रहे

इवे EVE आवह I

से उपाव संचियै

जा याहि संवर असुर सदह ।॥ निम्म्यो सु खर संयाम भर॥ अरि अलंघ षंडं सु षल

aa धरहि जग्य कारन सकल विमल fae Sa waa १२७॥

aca i

saz घाट रिषि ईषि निसाचरं।॥ परसि च्यार धरि ध्यान ग्यान ae ti चितिय ब्रह्मकरम fate कामद भये रूप रिषि ब्रह्म सु तामह १२८॥

कवित

अनलकुड किय अनल सजि उपगार सार सुर कमलासन अआआसनह मंडि जग्यापवीत जुरि

wife wa | ge

चतुरानन स्तुति ae मंच Tart सार किय सु करि कमंडल वारि जुजित areata थान दिय॥ जाजनि पानि अव seta जजि भजि सु दुष्ट आदवान करि उपञ्यौ अनल AAA तब चव सु वाह असि are धरि १२९॥ दूदा सुज प्रचंड चव च्यार सुख रत Aa तन तुंग॥ अनल FS उपञ्यो अनल चाहवान चतुरग॥ १३०॥ दद वाधा॥ SUA अनल अनुपम रूप नहि आरति अवर रूप ब्रन अभूत सु उनत fare वंदन भर कि बद्धम नुपिष्टं॥ स्याम राम कपाल विसालं॥ उनित कंध इतिय Fare

wife aa |

लाल माल ATA उर ATA प्रयु प्राकु्ट दिद कर STH नयन प्रथुल मुकुटी सुकरूरं | मुष आकूति वालदर नूर I RAF Wa उर चान ATA Ce Bata भयानक दोसं तान पुरि सर ब्विसुकासं॥ धरिय पान सरि बीर बिरासं॥ षेटकं षग Bat VT

safe बान दिष्यो रिष are i चाहि आड रिषि आद्र समंगे MIEAIA Ale सद सुरगे | समरी सकति रिष्षि गिरवासी॥ दीय सहाय HS कजि तासो आई सकति सिंघ आरे

द्वादस भुजा सु AAT सेदो ।॥

षेटक षग बरदह पासं घंटा बान करती सिर आसं॥ QUT सकति श्रल ATU देषे रूप करम करम AS I

चादि पव्वं | ७१

आसा afc ae रिषि राजं चाहवान मंडौ क्रत ATT चाली सकति सहाद AAG चसे खर सवे कसि बल्लं सब आर चडि THA ठान्‌॥ aga Te सवै असमानं बाहे वधि सकतो ST धड़ Mare पड़े धर भारं सद्धं धुमकेत सकतिय | जंचकेत चहवान सुहतिय अधसु TAA दानव GS I गर रसातल AT अद्ध

देवो आड AAAE पास I जंपो तथ्य प्रसन्नी तास I MAIL कहे AT ATA | yor Ga पौच परिनामं कुल गा मुद थप्पे नाम sat fcfe अचल्लहइ ताम vat सिर जैकर Wears aug वंस अंस जस मान |

SR

छादि wea |

जीति say देवो चहवान

दिय बर दान WS असमान गड असमान कयि सद Are tt UY RIT SF HAT ATT I

Ve करि SE चहवा नं

अनल ae उपज्जि परिमानं STH WAS प्रकारं

Bar सुष Vat अधिकारं |

वेदं स्याम अथवेन रूपं

रिगु जिज्ुवेद्‌ देव गुननूपं॥ चित चमकार fax दिसि लग्गिय पद्य ताहि ब्रह मंड सु जग्गिय | बानी धुनि मुनि इहरषिव सीसं बर बचिष्ट तहां दई असीसं ate वंस हाद कुंडल धारी॥ जनु कि अकं राका विस्तारौ | थुति करि सेव देव तिहि aa i जे जै au जिते weare |

पर हरि बोर बोर नरकेकं तिहि चालुक्य भये TAR

छादि waa |

पररि बर पावार तिवार॥

कराध रूप जाजुल्य निधार जाजुलति पारहारन दिष्य fafa करि विप्र चैरि तदहं रष्यो तिन कारन वाचिष्ट रषीसं॥ अ्बद्‌ नाम faftae जंगीसं

ता उपर FTAA ATT

2 सराप वाचिष्ट पठार I

अववे दानव TE Y STG

Al रष्य चव कुली सु राषे।

वंस छत्तोस गति जे भारी।

चयार कुली कुल तिन अधिकारौ॥ सब सुजात जातो मग दिष्षिय॥ ब्रह्मा अविसेष fafafora ese a

कवित्त

रवि ससि sea 4a AFA परमार सद्‌ाबर॥ ` चाहवान VATA Il

BH सीलार आभीयर॥ दयम्‌ तुमकवान

L

|

©8 ष्यादि Wea |

qea गादिल गादिल पृत

चापात्कट परिहार

TWA TST रास FA I

देवरा टांक सैधव BAT

पतिक प्रतिहार दधिषर

AC WG AS UA हल

हरि तट ATH ATT AZ | १३२॥ Set

धान्यपालकनि कुंभ AT It

राजपाल कविनीस

ATTACH आदि रे॥

वरने वंस छत्तीस १३३ कवित्त i

पठन मंच fra Ta tt

च्यार fast उष्यार॥

कुचिल दीन परिहार

परि WE सत भार I

चतुर बीर चाहूवांन।॥

BT मुषा VANS

अष्ट अष्ट aire 1

wife wea |

देव Tle सुसाह॥ पमार वाइ धन धन ATS कदय रिष पंमार धन॥ SYR WE VIR दज | afaa gaa मडि ततन १३४ अनल RE AAT I उपज Sreia अनिल थल सुकर ate करि वार धनुष ATE बांन बल I तिन रष्षि.सपरिबार धार Ba धरनि निषद्य ` षल जुषित संसु तिन सिर waa afga बंभान जग्य निरबिघन किय॥ पुदप इष्टि सुर सीस रजि॥ TH सु धरनि षग भुञ्जबर रिष्ट निवारिय इष्ट भजि १३५ दूदा faa Tar atat gy Te fate q aa प्रथिराज॥

ब्र. ~

SE आदि प्के

सा सिरषत पर वादनह॥

किय राकै जुविराज १३६ छंद पदर hi

ब्रह्मान जग्य उत्यन्न मूर

चहवांन अनल अरिमलन AT

VAN अंग प्रचंड ATs

पहमोस इह अरिगिलन राह॥

प्रतिपाल धरनी Sat | धम्म

्रुतमान कोन उतंग कम्म |

रते सुजाग भव AT UTA

पुर अमर नाग नर fafa जास

Me अन BT सामंतदेव।

अरि मंत an मत्ता जुरेव

महदेव सु अन ASA तास tt

सु प्रसन्न ईस Aaa जास

वर अजय्‌ सिध fare सु राम ।॥

नर बोर सिध संग्राम ताम॥

Ga बिद्‌ खर उद्‌रदार

Waa ओय संका बिडार्‌

च्यादि 7a |

qa बैर सिंध वैरी fads श्रव बीर सिंध अरि बोर Se अरिमत सकल कलि कलन चूर मानिक राव WEA AT I TAA FAA AT सहस मथ्य॥ मह सिध सिंघ dare पथ्य सुञ्चद्रगुपत समचंद्ररूप॥ प्रताप सिंघ आरेन दूप॥

सुत मेह सिंघ वर माइ रूप I भूत भयंकर TA Ta BW I

सुत सेन Us ae सेनवंत संप्रति राइ सुभ ततमन॥

QA ATTA सम नाग राज अस्थूल AZ MAT राज

गिर लाह धीर सुत Wa सार॥ मुञ्च बोर सिंघ संका विडार aa विबुध सिंध समजेाग छर जस चंद्र राय वर अजस FT सुत faa राज जस faa चिंत॥ रर राद नर बुधिमंत॥

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aife qe |

बालन राय वलि अंग ates

मुञ्च प्रथम राद पहमी प्रहास तिन अनुज अंग राजन अनेय कलि अलप आड fat Ss धर्माधि राज रति Sat Arr |

षट uz fafa wae a ATT II जग्ग TA UT बीसल ACS महपाप रत FATA BT I

क्रत अक्रित काम fae a ata जिन असुर धार षनि द्रव्य लीन संसार थागि aia द्रव्य काज॥ उपजा मति अनमेर राज कड सुमाल गज कयै रक | लीयो किनह फिरि सहर नेक | कामंध अंध THAT काल॥

wa अहक जारि गिरि इक्र माल I चस्या राजनीतह प्रमान नोत बंधिन्टपयथांन ata i THA धम्म VST प्रमान सुकजा fara करि अगम ATA

च्यादि wed | es

अवलाह are छंडिय सुकिति सुका wa आभ्रंम जिति॥ STAT अतिथ Se AT ay सुह किति TAT ATE चासि बरस बर राज कोन I पायै प्च फल सुष्यदीन

बल अवल चित चित्यो सु काल | पाया सुक्रत कटु करन साल गति अंत सुमति सा हाद बीर॥ पावे | iA AAT AUT

द्रवि mat सुमन बीसल afte | waar बोर fafa बीष्य कंद्‌ धन मदन सदन भरि खव्ब जंम॥ तिहि परत ड़ रत्या Asa I कत्था कदम उर असुर रज्जि॥ धर SSI नाम द्‌ानव उपज्नि॥ जगि जाग नयर जुगनीय थांनह Yat आय उगगति विदान रथ च्यार चक्र उतंग बाद

असि असिय ea मुष अग्ग दाह

wife पव्वं।

संभरिय धरा धरनीय Iz qa नरनि रे जाह जाइ

सिर केपि tg धुनि दसन afer उभरे षग जनु इद्र गज्नि॥ प्राहार पाय धुरनि धुज्नि॥

पुर नयर तद्र उर Ufa afar कंपो सु भूमि नव ce aif i ASA नाव ज्यों वाय पान लग्ग पलक zea चदि

SH उकार द्रगपाल गदि

दिष्य सरूप दानव उतंग

वैराट रूप इरि धया अंग

पंषोरु ब्राग नर सपं arts | आघात सह aaa सु गाजि॥ चित fea चित जुग्गिनी प्रधान॥ पुज्जै सु आनि उग्गति fret i SEATA रूप दानव प्रमान | भज्यो सु पुच आबु सथान १३७॥

Set I

सा दानव अजमेर वन॥

आदि wet |

teas दिन धन FA Il

खन्य दिसान जीविक

थिर थावर द्रिग मंत Bsc aire

संभरि सार नरिद्‌ह संभरि॥

पंथ प्रजा VAT रन HAT Il

रम्य ACA करी सु धरनिय॥

रहे AS AS अफाट करनिय॥ १३९ Ser

मोरां चलि रनथंभ गिरि A

सारंग Tal राह I

प्रजा पुलंदौ महिम धरि I

TA अनल गारादइ १४०

अनल aH धरि गौरि fag |

गय रनथंभ fears i

रा जद रावत पति।

मातुल पष चाहवान १४१ छंद भुजंगो :

धर नौर TAA BAR राजं |

वसे देवगामं Tat AA SH

M

=z wife wa |

नवं an नित्तं नवं इत सिष्पै नरं तारतारं नवं va fare चरं संभरी ara Gan मित्त धरं ध्यान दिष्ठे अजमेर चित्तं कला अब सिषिं महामल्न वीर॥ fat मग Sod ue मंच AT दिनं ate अन्बीड rez पिल्ले aa नेह निद्रा at fad fas i करं पादकं विद्ध ATH ATT भरभे अभेन ATS सब्ब Tey बधे काम कामं अली हान weg | सुभे राजसं तामसं सत्तं eT रमै जम सेना ग्रहे जम भारी | साई संभरि बात दिष्षे करारी कंडे काल कालं अकालं fasy <a St रमावित ai चित संय Sa बाह परचंड दुगे सरूपं इसा दिष्षियै राज AAT अनुप १४२॥ कवित्त | अति बल बंड प्रचंड |

दूदा

गादा

wife wea |

fés अाषेटक frei

हिरन राज acre बधि। बागुर वर मिल्ले॥ .

बन पव॑त facart निवान | राई राजन संग Ss राग रंग भाषा कवितं। दिव्य वानो चित मंडे I

इय दर्थ देत संषे मन षग मग्ग घुनी वदे चहवान वंस अवतस इम | TT अनेक BAT रहे १४३॥

तन मंडी मदी अष्पनो।

wet बालक वृधि

रास रम्यो अरिञ्रंगमें। तव पुद्धि alae सुद्धि १४४

सर तर Sere विद्या | सा विद्या अन्य सारसी नथ्थी॥ सा ATA WAHT |

M 2

८8 शादि wea |

aaa प्रिय ये सष्पी १४५ जा faq att पतनी | HT हाड बीर HHT | नवं तीन वत्त ATT | सा माल वीर या Ar Wess दहा | बोर Fu मातुल सुमति। गवरि सपरन्नो जाद्‌ का fafe dafe mosey | तुम FH जपहि माई १४७ गोरि मात AS पुच सैं पत पुङह वत्त fafe भय जल लाचन भरदि। वर पुद्धन परतत १४८ छद्‌ Tau | Waal मात सें पुच सचि जानांन aa Ar पिता वच्च॥ मा तातनामवदी Ute नन करा आड HIS गेह Bai अब अजुलोय तात

अदि प्व

उष्यनौ बेदह किनसु गात

के नाम लेय मातुलदइ वंस

पित बैर BH बर बीर ST

act कि प्रानं मुकु देह

संसार भार wat कि Fe

sat afte यह afea बात॥

सुनि अवण अप धर परिय मात॥ १४९

Ser i ga wag कौजियै। a तिय इय AVE अदि Ea द्‌ानव प्रबल | धर UAT ATT १५० भिर कहत दानव सरिस। मानव मनुषो देद॥ गंधारी निहारि सुष॥ qa विलासनि गे १५१

afta | इह मातुल वंस प्र॑धानह मांन॥ भये दस YU सु मांनिक aia

& सादि wag |

विचारि कर्थ तहां संभरि ग्राम

वस्यौ अजमेर सुमंत fasta १५२॥ कवित्त

धर afaa बलि राय॥

मात लभ्यौ कित्निरस॥

धर सुक्िय qa पंड |

सुष्य qa सु दुष्प वसि

धर मुक्रिय श्रीराम |

सोया ATI बल ATTA

धर Fal नलराय।

सिरां कालंक तज्यो इय

धर मुक्ति वीर इरचंद्‌ TTI

नोच ATE धट जल भ्य

ठंकन सु भूमि 20 जानिये

au टंकन इल चर RAT १५३

ZU Sha इल VTE

इल SHA सु राज AT I

षड ठंकन AT देव |

देव SHA वर अंबर

अप जस aa fafa |

च्मादि wa |

fafa daa जस धारिय॥

ञ्चागुन ढंकन fas |

सुगुन विद्या उच्ारिय॥

CHAE काल वर भम AT |

va काल ठंकन करिय॥

मा वित्त गुरू ea जु fag

faq daa पित उच्चरिय १५४॥

अरिल्ल॥ दहि विधि आनल बत उचारिय। पुब्ब कथा संभरि संभारिय॥ fate विध राषस Ss उपने सार्ग दे कैसै TS AAT १५५

Suri

रक वत तुम ai Het

मात कथा MARTE

at fate विध दानव भये दह Baca AT ATS १५६ Sr a at साच AT

Al Bi sei देद।॥

<=9

<< चादि पव्वै 1

ze aaa जिय जांनि जह

नव निहचे निज अड १५७ गाथा॥

कथि मा कांनन कथयं

जा At ऊपर पुच हितार्या

जीवन TAT परनो

आना AS आंन उपायं १५८॥ दूदा

quate सुनि दानव कथा

अवन FAA हाड ATA Ii

इइ अरिष्ट अंग TUS

पित परिपिता प्रसंग eye afc i

Sat कडि A aE डर AE

मेरे age दाय आवह

रामादन भारथ कौ बाता

सा हां सबं सुनत Si माता i १६०॥ माता वाच | कवित्त

fafe पुर गवन RTE

ताडि कोड्‌ पंथ वुद्धे॥

चादि पव्व।

faci दिष्ट नह fue

ताह कतै करि Gas

जा श्रवन AAS सुनी

सु कषे कैसी परि कदय जाके VE हाड

ताहि कैसे कै गद्य

दूह कथा असम अद्‌म्रूत Ala ii इट निग्रह सुत जिन करे सुनत fe अवन दुष उपज | fas A ATE कारिज सरं १६१ मात सुनह सुद्चवबात॥ कथा सुनें ते का लगे `

केते नर fla TT

भये सुर दानव Ai I

तिन कौ कथा प्रसंग I

सुनि सब काडर समुद्यावहि तिन के wa विरद

ara aca में arate

इड जांनि मात Waa A सुनैं। कहे तें AZ लगे A

N

ge aif wed |

जे जे faaia विधि fare ।॥

ते ते free निव्बडे १६२॥ सुस्लि॥

पुत्त सुनह इह बत पुरानी

कहे ते हाद गदगद वानो॥

अनल कुंड आबू रिष कने

राज उपाद्‌ राज सिर SAT १६३॥

ताके कुल तें उष्यनैी

माहाराज भम्माधि

ता के बोसलदेवन्डप॥

सवे राज आराध १६४ atari tl

SIs & FLATT Il

af बोसलसु Ws aT

सुक्रवार प्रतिपादा i

मास वेसाष सेत पष

MA वंस AMA

विप्र dat जन BIT

दीयै सिर तिलक

वेद AAT उचारं

च्यादि wa | ER

Mat AN IT FX TA Il WHAT जस उद्धरे

अजमेर नयर अरि जेर AFT विमल राज NAA करे १६५॥

दुहा

बर uga aga अमित समित वेद्‌ फुनि राज समय sa बोसल FATE र्थी AA सम साज १९६

छंद पद्वरी॥

N 2

सिर मंडि डच बीसल नरिद्‌॥ असन सिंघ बर बरन इद्‌ aza मंडि वेदो fare

रस पंच मेधि मले तिकाल

बर वटी ज्वाल खंडन विभाग जमि रहे जमल YS पलति लाग मष aay दिष्य परस्यर बेन तिन yz eat चतन धूम Wa जानीत बेद्‌ मुष TS मेन

सुभ समय असुभ उच्चार कंन

ER wife ua |

संपर Aq किन्नो भिषेक

दुज दइय बंध fay असेष

fafa Sa cis fea | लप माल॥

SH जया VIS बीसल TAs ego Ser I

Waa Us बोसल पति

विकल इद घन AIT I

षंडन faa टंडन कर

बिन अपराध अतार॥ १६८॥ कवित्त॥

दमी बीर बोसल नरिंद्‌॥

अजमेर AT पर

रचि रचनापुरदिव्य।

aati विश्वक्रम्म कोय करर

अभम धम GUT |

कम दुक्तित नन इद्ध |

चक्क द्रव्य संग्रहे

विना Ya SIA वंङे॥

चव वरन सरन चहञ्भान कै

da aria सेव॑त ही

wife पव्व। ९इ

वीसल afte भमाधिधारि देव कला देव ABT १६९६ पटरागिनि परिहार i

WA सारंग उप्यनैी॥

पुच हात भई गत्य I

बाल बानिक at दीनैी॥

ता बानिक नंदि्नि॥

नाम गोरी सारंग VA Ml ZH यान पय Wa |

इक सिज्या इक BAA | नव बरस iin Ha TH | QS राज बीसल किये वीवाह ESM बर बन गयै तद्दां सिंध वर fara १७०

दुहा

सिंघ विनास्यौ वनिक सुत कन्धा किये अन्द

उत VAT ब्रह्मचर्य AT

तप पहूकर तजि ATE १७१

(3. aif wea |

az ust ti अति दुचित wat सारंग रेव नित प्रति at अरिहंत सेव बुध भम feat बंधेनतेग॥ सुनि सवन राज मन भो TET TAIT कुंवर सनमान कौन A fafe काज तुम दह भरम लोन तुम afe सरम हम के बत बानिकं ga इन तें दुचित इह नष्ट ग्यान सुनिये कान पुरुषातन wat fafa हान | तुम राजवंस राजन ST I गया सर षेला बन FTA I परमेाध तजा बोधक पुरान रामायन सुनह भारथ निद्‌ान॥ अभिमान द्‌ानरिन सरन Wa I चार्य प्रकार सुनि राज क्रम परमेाध मानि राजन कुमार तत काल मंगि SY SANT | भय प्रसन्न राज HAT TAT

व्यादि qa | ey

रजधांन संभरिय ATE जाव गजराज पाट ईँ बर उतंग॥ सिंधासन दौनै जटित नंग तुम जाह HAT संभरिय धांन। किरपाल afta कायथ प्रधांन॥ परहित मुकुंद सारंग चुहान | साचेार धनी नरसिंघ Via षंधार लार बहबल बलाच दीय बहत eta कै साच I अनेक जाति उमराव सथ्य

2 7 नर वाहन सुतर रथ्थ॥ तिहि बार धाय बांनिक बुला faa जाह HAT कौ सथ काय॥ तुम किथे ga सैं मेक मूढ fafa वेन क्यौ कडा देह दंड अजमेर मेद्धि संभरि दिसान॥ जा STE तन्न षंडो षरान इतनी af za wal मथ्य रय च्यार भरे तिन बार अश्य॥ जाजनह TH कीन मिलान |

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अनेक WIT तहां षान पान॥

भय प्रात प्रसन्न पग लग्गि पुत्त॥

चलि सीष मगि संभरि पहत्त 1

सर जाय पहचिय संभर* राय Il

मन बच सुद्ध करि कम्म ATS

दस महिष भजि तहां बलि सुदीन i

जज VA घाम सुर प्रसन्न कोन॥

कीने प्रेस सुर महिम मैलि॥

तारन कलस बंधि राजपालि १७२॥ कवित्त

किय प्रवेस सारगदेव॥

संभरियथांन fart

आय te fata अनेकं

पग win नम्मिनर॥

तब alae किरपाल॥

सबन कैं Beat दीनी

aaa बसर दत चित॥

देय दिलासा किनी

जद्‌वनि गौरि आदय wate

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