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UNIVERSITY OF OXFORD
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अथ ओ कवि चंद atk छत gaia वैदहान रसै लिष्यते |
॥ १॥ आदि Tet ॥ १॥
प्रथम साटकङंद॥ आदि प्रनम्य नम्य TRS वानीय वंदे पयं ॥ fae धारन धारयं वसुमती Wala चरनाश्रयं ॥ तमगुन तिष्ठति इस दुष्ट+द् इनं सुरनाथ सिदिश्रयं॥ थिर चर जंगम जीव चंदनमयं WIG वरदामयं॥१॥ वथुञखा छद् ॥ प्रथम सुमंगल मूल Baga ॥ स्मृतिसत्य जल सिंचिय इ ॥ सुतरु WH धर wa उभ्यो ॥ चिषट साष रभ्मिय Paget ॥ बरन पत्त मुष पत्त! सुभ्यो ॥
* This reading is from A. + 2. in both पत ।
B
म् खादि पव्वै।
कुमुमरग WITE* सुफल ॥ उकति AeA अमीर ॥
रस द्रसन पारस रमिय॥ अस असन कवि ATW kt
कवित्न ॥
प्रथम किय मगल प्रमान tt निगम संपूजयः वेद् धुर $ faqa साष बिह चक्त॥
बरन लगे सुपत्त्र tt
त्वचा NA Vacs tt
सन्त wea चाव दिसि ॥
कमं सुफल उदयत ॥
Baa सुत मध्य वसि ॥
Se a वाय नुप नीति भति खाद Baa जोवन करिब ॥ कलि जाय न लग्गे कलंक इहि ॥ सति मति आअढति धरिय॥३॥
* दे. {परस 4. ई संपजय 8.
wife 7a | g
कवित्त ॥ qufa भूमि faa क्यार ॥ वेद सिंचिय जलं पुरन I बोय सुबय लय मध्य॥ ग्यान BAC AIA I चिगुन are संग्रहिय॥ नाम ae पत्त ta fata a सुक्रम सुसन Geary सुगति wat द्रव संगति।
दूज सुमन डसिय) बुध पक्त रस ॥
az fama गुन पस्तरिय i
तरु इक साष चय लाक ate
अजय faa गुन विस्तरिय॥ ४। AT भुजंग प्रयातं |
प्रथम भुजंगी TIT TSF |
faa नाम रकं अनेकं He ॥
दूती wave देवतं जोवतेसं ॥
far विश्च TST बली मंच सेसं ॥
चवं वेद वंभं इरी कित्ति भाषी॥
जिनै म्म साभम्म संसार साषी॥
ठृती भारती व्यास भारथ ATT ॥
जिनै उतपारथ सारथ सध्या I
चवं सुषदेवं परौोषत पायं ॥
* भसिय A and B. † सुमन A and B. B2
| चादि पव्व।
fat wear अव Fade रायं ॥
ACSA पंचम्म Bt ea AIT tt
नेलेराय ag fet we हारं ॥
as कालिदास सुभाषा सुबड़ं ॥
जिनै वाग वानी सुवानी सुबह ॥
कियो कालिका सुष्य वासं Tae ॥
faa सेत seat तिभाजन प्रबंध ॥
सतं ङंडमालो उलाली afar ॥
fart बुडधितारंग गंगासरित्तं ॥
जयदेव BS कवी कल्बिरायं ॥
fat केवल fart गाविंद गायं ॥
गुरं सम्ब Heal UE चंद् कन्नो |
faa दरसियदेविसा sia wat 1
कवो fafa ata उकती सुदिष्यो ॥
तिन at उचिष्टो कवि चंद् भ्यो ॥५। दादा ॥ उचिष्ट We छंद इ बयन ॥ सुनत सु जंपिय नारि ॥ तन पविच पावन कविय ॥ उकति अनूट उधारि ॥६॥ कवित्त ॥ He कति सम Ra ॥ तंत पावन बड कवि ॥
wife wa | ध
तंत मंत उच्चार ॥ देवि द्रसिय मद्धि दव्विय॥ तंत बीर उग्र॑त ॥ रंग राजन सुषद्डय॥ बाल केल प्रत्यंग ॥ सुरनि sate कविताडेय ॥ अवलंब उकति उच्चार करि॥ जिदितमेदहिकेा विद ce ॥ समब्रह्मरूप या AAT कड् ॥ mi उचिष्ट कविय न कदे ॥ ७॥ कवित्त ॥ चंद वाक्यं ॥ सम बनिता aca] ॥ Ge जंपिय कोमल कल ॥ सबद् ब्रह्म इइ सत्ति ॥ अपर पावन कदि अमल ॥ fafea सबद नहि रूप। रेष आकार बन नहि ॥ अकल अगाध अपार ॥ पार पावन चयपुर ate i तिहि सबद् ब्रह्म रचना करो A गुरु प्रसाद् सरसे प्रसन्न ॥ जद्यपि सु उकति gat जगति ॥ ता कमल बद्नि कवित इसन ॥ ८ ॥
ष् wife war |
कवित्त ॥ चंद् स्त्री वाक्यं ॥ तुम बानो वर वंद्॥ नाग देखंत विमल मति॥ az भंग गुन रहित॥ कंठकैमार काव्य ङ्त ॥ बृधितरग सम गंग ॥ उकति उच्चार अमीय कल ॥ सुनर सुनत विदसंत॥ मंत जनु वस्य करन बल ॥ अवतार भूप प्रिथिराज प् ॥ राज सुष तिन समलदहहि | बोराधिबीर सामतं सब ॥ तिन सु गर्ह अच्छी कहि ॥ € ॥ कवित्त ॥ चद् वाक्यं ॥ गजगवनो प्रति चंद्॥ ae कमल उच्ारिय॥ मनदहरनी TAA ॥ सुरन सागर रस धारिय॥ वंक नयन TANTS ॥ प्रानबल्लभ सुषद्ाईय ॥ गरू अगुन निगुन ग्रहनि॥ गवरि पूजा फल पाड्य ॥ भर आदि sia कविता जितै ॥ तिन अनंत गति मति कडिय ॥ अनेकं ग्रंथ तिन बरन बत॥ यै उचिष्ट मति में लदिय ॥ १०॥
Sz Vsti Ii प्रनम्य प्रथम मम आदि 24 |
ॐकार सबद जिन करि अदेव ॥
ate Wed |
निरकार मध्य साकार कीन॥ मनसा विललास सह फल फलीन ॥ चयगुमह तेज चयपुर निवास ॥ सुर सुरग भूमि AT नागभास॥ फनि ब्रह्मरूप ब्रह्मांड चारि ॥ कथि चतुर वेद् प्रमु तत्तसार॥ बरना Bile करता AV ॥
गुन रहित गुननि ae रूप रेष ॥ fate रचे सुरग श्रू सत्त पाताल I जम ब्रह्य इद्र रिषि शाकप्राल॥ पवनडइ HE अग्गि जल धर ART ॥ सरिता समुह fafa गिर निवास ॥ अस्ि लष्ष च्यारि रचि जोव sta ॥ बरनंततेन Vt Get अंत ॥ अडार बन्न वेली सु कोन ॥
नाना प्रकार सब गुन अधोन॥ करि सके न ATs Bat fe wT धरि कुमः सीस दुष सहे चंग ॥ fea मान देव रवि रजनि AIT I __ उग्गे द्र वने प्रमु हकम)जार॥
* nat उचारि A. † Sm ‡ +~
aife wad |
ससि सदा राति अग्या अधोन॥ उग्गे ARTA हाय कलाहीन ॥ द्विगपाल दावि te सबर+ भूमि i aaa न केर TS चांपि चुमि॥ परिमान पवन करे गवन गाह ॥ घटि बढी न अंग मंडे उक्ाइ ॥ इद्र सुरग मेध अग्या BAA ti ATT F ATT Tel TATA |
धर रहि अचल हाय Ay प्रताप॥ इलि चलि न निमष सक्त संताप ॥ VFA UVC Vat AAA |
तट समुद सत्त नहि षोज तास ॥ परिमान अप्य लंघे न कड ॥
करे सेड क्रम UY CRA जाद ॥ अग्यानमेरि के an ताहि ॥ qa न भविस्य at ana हि ॥ वरनयेो वेद् ब्रह्मा अदेह ॥
जल लह UT Tal देह दे ॥ पुनि AS व्यास दस अट पुरान | अवतार रचित नाना विधान ॥
* ve † sf
fe ह दि पव्वं | ह
वरनधै विमल मति 2a देव ॥
सब रहे साधि न इलद्धौ मेव ॥
फुनि बालमोक रामावतार ॥
शत केाटि ग्रंथ कथि तत्त सार ॥
विध्वंसि सीयक जेव दाद् ॥
TIAA रौद कपि द्यित are ti
पुनि पच काव्य कवितान कौन ॥
अग्यान नरन उर दीप STAs I
कित्तीकं बात मा मति प्रकास॥
करि सकें मव्वे* ता हाड हास ॥ ११॥ दूदा ॥ सुनत काव्य कवि चंद Sty चित श्रानन्दी नारि॥ तुम बानी बानी प्रसन्न ॥ इसन waa निवारि ॥१२॥ कवित्त ॥ कदे कंति afada ॥ तंत रसना रससागर I तुम गुन अवन सुहतं ॥ जानि चमकंत कलाकर | तुम देवी बर दानि॥ दान दीजै afe कन्बिय॥ अष्टादसह पुरान ॥ नाम परिमानह सन्बिय।॥
* aq A (i. ©. सब्वै), but the reading in the text wa (i. ९. गव्य boasting, pride) suits better.
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१० व्यादि Wea |
तुम कथत कथन Brae ate ॥ अगा पलु भव सुधर ॥ Bata तिमर az य सुनत॥ अध्वकं मल हिय set ॥ १३॥ az पड्री। बह्मन्यदेव सम वासुदेव I अष्टादस पुरान तिन AS सभेव ॥ तिन कां नाम परिमान बन्नि॥ जिन सुनत qs भव हा तन्नि | ब्रह्मह पुरान दस सहस जुट ॥ fate पढत सुनत तन तष्य दुहि ॥ पचास पंच इव्नार + गन्ति ॥ पद्मह पुरान तिन कल्यो तन्नि ॥ तेवीस सदस & च्यारि जानि॥ विष्णु पुरान विष्णु समानि ॥ Sata सदस कडि शिव पुरान ॥ तिहि पठत सुनत सम अमिय ora | अटार सहस भागवत भेव | करि पार परिष्यत सुक्रदेव ॥
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wife पव्व |
नारद् पुरान ALS पाव ATA I avi मुक्ति माद् आनंद् ATG I मारकंड नाम ALA SANT ॥ परान पविच.सा दुष जार A पंद्रह ENT संध्या AIT ॥ अग्नि पुरान पडिपापदूर॥ wae हजार & पांच पडि 1 भवषित qua at पाप जड़ि॥ ब्रह्यवेत्रत ससं अटार ॥
केवल गिनान कथि भक्ति सार॥ रद्रह हजार लिंगह पुरान ॥ AAT अथे आगम FWA Il चैवीस सहस बाराइ भक्ति ॥ पारष पुरान तिन अमित सक्ति ॥ हजार इक्यासी Ale विवेकं ॥ स्कन्द पुरान भव भक्तिं TH TANT सदस वामन सु AT ॥ परान सुनत सुधि खग्ग पद् ॥ AAT हजार FCA पुरान ॥ भाषा विनेाद प्राक्रम गुरान ॥.
02
१९
१ सादि प्व्वं |
विद्या इजार मित aE देव ॥ विधि संष vet सेव भेव ॥ गुनडस सहस TUS" पुरान ॥ ओतान वक्त भक्ति Tia t ब्रह्मांड पुरान बारह सह॑स ॥ करि व्यास भक्ति प्रमु कंस नंस॥ पंद्रह हजार अरु च्यारि area सम ब्रह्म व्यास कडि VT भाष॥१४। दूदा ॥ wet कित्ति wears की ॥ जुग्गनि जुग्गनि वास ॥ अप्य मन्ति ava सबल | मति करो कवि हास ॥ OY I गादा ॥ पय WH Waar ॥ रकन्नो कनय राय भायंसी ॥ कर कसी गुज्नरीय॥ रन्बरियं नेव जीवंति ॥ १६ ॥ सत्त षनै Blas | महिलानं मह सद नुपरयथा ॥
चादि wad |
सनफल WHAT पयसा |
पन्बरियं नैव चालंति ॥ १७॥ रब्बरियं रस मंदं ।
a ysifa साध अमियेन॥ उकति जुकतिय Te ॥
नथि aa कवि कल्यिय तेन ॥ पते वसंत मासे ॥
केकिलं कार अंब बन HTS I बर aq रवि रष्व ॥
कपातयं नैव कलयंति ॥ १८॥ सहसं किरन सुभा |
उगि आदित्य गमय अंधार॥ अष्यं उमान सारा ti
भाडलयं नैव Teas ॥ १९ ॥ कज्जल महि कस्तूरी ॥
रानो Wea नयन Wat ॥ at मसि घसि कुंभारी॥
fa नयने नैव sisifa i २० ॥ देस सीस असमानं # ॥
सुर सुरोस fea तिष्ठ नित्यानं ॥
* ८.
AR
४ खादि Wa |
Gia गलतौ पूजारा ॥ गड्वा नैव ढालंति ॥ २१ दुहा | Hel लगि लघुता वरनवें ॥ कंविन eta कवि चंद् ॥ उन कहि तेजा उन्बरी ॥ से बकं करि छद् ॥ ₹२॥ सरस काव्य CIA Tai i षल जन सुनि न इसंत ॥ ae सिंधुर देषि aay सखान सुभाव Baa 2s 1 ता पनि सुजन निमित्त qa | ` रचियै तन मन फूल ॥ जका भय जीय जानिके ॥ ait sft THA ॥ २४॥ साटक॥ सुक्ताद्ार विद्ार सार सुबधा अबुधा बुधा गापिनी॥ सेतं चीर सरीर नीर गडरा गोरी गिराजागिनी॥ बोना पानि सुवानो जानि द्धि are सारसा चासिनी॥
लवो जा चिहरार भार जघना विधना घना नासिनी॥ ॥ २५॥
च्यादि aq | १५
चं जा AS गध राग रचयं अलिभूरि आच्छादिता॥ गुंजा इार ANT गुन जा Ht पया भासिता ॥ अग्रे जा afa कुंडलं करि करः स्तु दौर उदारयं॥ सेयं पातु TAT सेस सफलं एथिराज काव्य छते ॥२६॥ छंद विराज ॥
रतं TA भारी ॥ करुना विचारो ॥ feat सात नप्प ॥ विया da लष्ष' ॥ भिले wa Sey रमै काम सीहं॥ इकं रिष्य अधी ॥ दिये कामचधै॥ fase रिषि भारी॥ दिध काम डासे। wa पुच तव्बं ॥ भजा भार aay सिरा माल with गनेसं विचारी ॥ fas asa ईसं ॥ wat रस बीसं॥ TINT Tet ॥ विये पुरुष भिल्ली ॥ डके St नहं ॥ इन्ध पुच ae fast मात भारी।॥ सरायं विचारो ॥ करो जाकु THN यी Te सीसं। at कचन अगौ ॥ gfe नाम लगौ ॥ AMAT रूपं ॥ गनेसं सभूपं ॥ इका दत Satu facia aay सुभे दंत रेसे॥ aie प्रसं ॥
+
९६
च्ादि wed |
Sern
मने ममि धारी॥ बराहं उपारी ॥ इसी नड तेजं ॥ कला साम केजं॥ नमा देव कदं ॥ प्रजा ईस ae) भषे wa परेतं ॥ तिजारौनहेतं॥ za दीह UH lo दुतो VS Aa भगतं सुचक्री ॥ feat लद्धी aati इवं चाष अथं ॥ कर नाक ae सुभक्ती समती ॥ जलं मादि पती ॥ धरं आक सीसं॥ चिजाक ईस ईसं। चयं वेद् wat पियं चंद् भक्घी॥ २७॥
नमसकार संकर कियैा।॥
awa बुधि कवि de
सती WaT लंपट नवौ ॥ अवुधि मच fag Fz NEN
Ser
साधन माग संजाग TH
मंडन ATA AG ॥
नमे उमा उर आभरन I
जय बंधन जट जुट ॥ RE ॥ * ag 8.
चादि पव्वे। ९.७
az विराज i जटा जुट FE लिलाटंत ey विराजंत ae ayant as शिरा ares गिरिजा अनंद्ं॥ fat fafa ae TA वीर मदं ॥ करी चर्म॑ सदं ॥ कर काल we Ve गंग ॥ wet afin ee y vet जानि जद ॥ नये जाग WS घटा जानि भं | जरे काम तदं ॥ हरं चाहि वदं ॥ रतै मेह कद ॥ at gfe दहं ४॥ नटे मेष रदं ॥ नमे ईस LSI ३०। Seth करिये भक्ति कवि Ye ez । इरि जंपिय इह भाई ॥ ईस UAT जु Te नरक WAT जाड ॥ ३१॥ शोक ॥ परात्परतरं याति। नारायणपरायणं ॥ न ते तच गमिष्यंति । जे दुषंति Aaa ॥ ३२॥ साटक॥ गंगाया अगुलत्त वसनमसनं Tat उमा Vt वरं ॥ संषं भूत कपालमाल असितं वेजंति माला इर |
* सद् B, D
bo
चादि qo |
चम मध्य विभूति afaaga विभ्भूति मायाकमं ॥ पापं विद्ठरति afa saa वियं बीयं वरदेवयं ween गाहा॥ |
दरहा ॥
कवित्त ॥
AAT महाव Heat ॥
नव नव fart संग्रहं गयं ॥ सागर सरिस तरगेा।॥ बादथ्ययं उक्तियं चलयं ॥ ३४ ॥
काव्य समुद्र कवि चंद कत ॥ सुगति समप्पन ग्यांन ॥ राजनोति बेदिथ सुफल ॥ पार उतारन यांन ॥ ३५ ॥ ae udy कवित्त जति ॥ साटकं गाइ TEA I
लद गुर मडित षंडिय हि ॥ पिंगल अमर भरण्य ॥ SE ॥
अति dat न उधार ॥ सलिल जिम पिष्ि सिवारद॥ वरन वरन साभ॑त॥ हार चतुरंग विसालद ॥ विमल अमल वानी विसाल॥ वयन वानी वर AAA उक्तिन बयन faare मेद् Alaa मननेन ॥
छादि पव्व) १९
युत अयुत जुक्ति विचचार विधि॥
बयन AT FIN न RE
घरि afg मति are ues ॥
तै चंद दास feat न वद ॥ ३७॥
श्लोक ॥ उक्तिधम्मे विसालस्य ॥ राजनीति नवं रसं ॥ षटभाषा पुरानं च ॥ कुरानं कथितं मया ॥ ३८ ॥ कंवित्त ॥
चरन नीम Bhar Ata पार we गुरु विधि मडिय॥ सुर विकास जारो सुर सुष्य॥ उक्ति ta गौषनि afea i जगति are विस्तरिय॥ fafeaa घाट qafea 1 महि मंडन मेधान ti याहि Hea जस सदिय॥ घन तकं san वितकं जति ॥ चिचरग करि अनुसरिय ॥ विश्वकमं† कवि faaza ॥ रसियं सरस उच्चरिय॥ sé ॥
* समृष्यं ए. ..† विञ्चकमे कमे. 8.
D 2
Re atte gad |
atte ॥ तकं वितकं उतकं सुजतिय ॥ राज सभा सुभ भासन afag | कवि आदर साद्र बुध TST तै परि करि गुन रास निबादा॥ ४० ॥ धम्य अधमेन बुद्धि विचारौ ॥ नयन नारिनिय नेह निहार ॥ कैक कलाकल केलि प्रकासै ॥ AT अरथ करौ गुन TNT भाक ॥४१॥ पारासर जे पत्त विहासह ॥ सतवंती AA गुर भास tt Wey अटार सवा WHT लष्यै ॥ तै भारय गुर तत्त विसष्ये ॥ ४२॥ कवित्त ॥ रास बर बुद्धि fate ॥ सुद्धि सा aq प्रमानिय ॥ राज नीति पायै ॥ ग्यान पाईयै सुजानिय | उक्ति जुगति ase ॥ aca धरि बहि va मानिय।
* नारथ. A.
दूदा ॥
गादा I
सादि पव्वे |
या समान गुन AT
देव नर नाग बषानिय॥
भविद्धत भूत aae गुनित ॥
गुन चिकाल सरसईय ॥
जा Usa तत्त TWAT AAT ॥
कुमति मति नदि द्रसडंय।॥ ४३॥
कुमति मति दसन तिहि ॥
विधि विनान अव्नान॥
तिहि रासा जु पविच गुन ॥
सरस Fa रसान ॥ ४४॥
सत सहस नष सिष सरस ॥
सकल आदि सुनि fear i
चट बढ मत AIT पटौ ॥
मेदि दूसन न वसिष्प ॥ By १॥
अरथं ढकि न सहसा ॥
उधार नवश्थि रकलया ॥
मद्यं A Waa
चतुर Gl हारयं जमं ॥ ४५।२॥
र
RQ wife waa |
कवित्त ॥ दानव कुल छचीय ॥ नाम दढा रष्यस ar तिहि सु जेत प्रथिराज॥ सुर aaa अस्ति भर॥ जिहि जाति कवि चंद्॥ रूप संजागी भागी भम ॥ इक दीह wet ॥ za ae समाय aa जथ कश्य तथ Vz निर्मये ॥ जाग राज नाल हिय* ॥ बज गवाह अरिदलमलन॥ तासु fart चंद afeay 7 ॥ ४६॥ STS प्रथम राज चहवान पिश्य बर् ॥ राजधान रजे जंगल धर ॥ मुषसुभटरखर Aaa ST I fafe dal सुरतान प्रान UT gol ata ve faa सेवह पर ॥ ae सुदत्त सामत खर बर ॥ ` aut किति प्रसार सार सदह ॥ sat बरनि भति fafa ae ॥ ४८॥ छद् दनुफाल ॥ इति नृफालय इं द I कल बरनि बरनि सु कट् ॥
* जाग भाग राजन लद्दिय. 3.
wife Wed |
नहि नाल पिंगल SIT I EA Fal दुजनिय भार ॥ संसार बंधन दाय ॥
इक vant विद्य समाय ॥ AA Sz AAC रक ॥ नदि पिंग fare मेक I किंडि काल aca g faq i लहि नागरूप सु Aq I इरि eat बाहन आड् ॥ तिंहि avait पिंगल चायि॥ देविद्य रूप सु अद्ध ॥
सो गै इल करि सङ ॥ सा तच्छ बोर VATA I
जुग जुगिनि fret ध्यान ॥ इक हता सिंगिय रीष्ष ॥ तप कर बाल विसिष् | न्प गये बर TNT ॥ दिषि su स्रतकं वेट ॥ वाराह रूप प्रमान ॥
लग्यो सु ब्रह्म धियान।
RR
RB
wife wea |
दह वार FHI राज॥ qa दिय न उत्तर काज॥ लपि चित्त चिच ama ॥ या भये रिषि अवधूत ॥ भयै ताम तामस राज॥ लिये गान मंच विराज ॥ कम्मान AT नक AY नृपराज TH गल SY ॥ फिरि गये ग्रह प्रमान ॥ अधासु बालक UTA ht fafa walt नैन भरीव ॥ तम ताम रूप ata |
पे जुन्र बालक af ॥ गलि गभ कों न वितुलि ॥ तिहि तजिय तातहइ मान ti धरि ara sit निधान॥ करि कराध ञअंषि सु cH इवि जानि लग्गिय ल्त ॥ fate जियत gay अप्य ॥ का तात लभूभय ST |
अदि Wa | Ry
रिस करों जाब प्रमान ॥
जरे तीन लाक अमान |
रिस तेज कपत बाल ॥
दिष्योसुतात विसाल॥
वह लग्ग ब्रह्य धियान ॥
भयै कारि तामस ताम ii
अति ल्ल fefer रिषि are ॥
दिष्योसु तात BATE ॥ ४९॥ कवित्त ॥
जारि इश्य थुति मंच ।
fat परदद्धि afin va |
रुधिर नयन ATH ॥
कंठ लग्यो सु afH wa i
qa दार विभार॥
गाजि आदय सुत मग्ग ॥
भर भर भर उच्चार ।
रास दावानल AA ॥
fate इत्या am AT तात गर ii
गनिव सत्त दिन में प्रमित्त ॥
* जाजि।
र् आदि wed |
Al al अप्य AH सुत्रत ॥
कैकाया Baa सुगति ॥ ५०॥ साटक॥ धन्धाधन्ध सुबाल तापन तनं बाल बलं free ॥ ara ga कि सास दास विविधं बानीय गद्गद AT ॥ va भूप विसाल भूमि भरनं YA NTT राजनं ॥ तं asia विचार व्याघ्र विधन नैवापि संनापयं ॥ ५१ ॥ दत्वा आराप्यमिदं रुतं गुरुवर AGT राजानयं ॥ सत्यं सत्त दिनानि पानिपवरं नैवं चलंते पय ॥ त्वं आप चयलाक जालति बरं Wa वर पुचयं ॥ रकं दीह Ya प्रापति पदं चेलाकयं चासयं ॥५२॥ Ser
सब रिषिमैमे ga
बय दिष्य परसान।॥
मानहू ददो वर VE Ii
बठढति कला वर भान ॥ ५३॥ कवित्त ॥
पुच ate रिषिराज ॥
जाड ST थान सुपत्ता ॥
पंथ FRE ATT ॥
गादा ॥
चादि प्यं ।
रिषि श्रापान facet ॥
अति सुदीन सिर ata
उंच नहि भाल उचादय॥ fate दिष्ट राजन चरित्त॥ मंगन प आईय॥
WAT WH जेगिद्र वर ॥
धातु न बधे TST पर ॥
fafe काज रिषि sat acts i उर धर AST लग डर ॥ ५४॥
जा जप्यो रिष पुतं ॥
प्रलयं हाड सत्तियं कालं ॥
जं UTA ST UA I
QT AMR राजनं बलयं ॥ ५५ ॥
HS ASH Ii ZU कंडि UAH प्रजंकपला# ॥ मुहमुदिर भान HATS कला ॥ न्टप दीन इलया बहुचित्त faci सुहल्या जनु Bias पीप पतं ॥
४ 2
* दूला 4,
व्यादि qd |
पतनं गुर जानि चरन्न लग्यो ॥ बहरी रिषि राज प्रान दग्धे ॥५६॥
गादा ॥
दूदा ॥
कवित्त ॥
मने रिषि थ्य प्रान ॥ aaa जीवनं गुरयं ॥ जा फल WT TTI ता कालं fra At वरयं ॥५७॥
aa चिंतय रिषि राज गुर ॥ yfaa अन रिषराज॥
क्यों उधार हाड आष AT ॥ कदा छपा करि आज ॥ ५८॥
मद् भंडो इक पुरष ॥ निसा भद व अधरत्ती ॥ वरगना अंगने ॥
Ser अहि परत धरती | सुरापान आमिष्ष ॥
गया ATE तवि बुद्धय ॥
* <a B.
छदि wa |
उच्चारत हा WAX
जाय वैकुंठ सु टद्िय॥ परतापनाम सद् गति WTF | कीर कदत परिषत्त सम | भागवत्त सुनहि जाद कचित ॥ ता AUT Ba अक्रम ॥५९॥ जदि न आप तुहि watt तदि न परिसाक धर धर ॥ पसु पंषि जल afe i
afs मुनि वर समाधि उर ॥ afe wa इरि रषि।॥
HI त्रं मात परीषत ॥
पंडव वंस प्रतष्य। ॥
तषत wet धारौ दिष्षत॥ अचरिज्न कडा तुम Vata ti हाद प्रसन्न सुकदेव कदि ॥ दिन सत्त अवधि अंतर बहत ॥ हरि सु wat दिनक महि ॥ ६०॥
# This and the next time are. not in B. + vate B.
२०
wife wad |
धरनि रूप करि Ba |
wa बदरा संग लियै।॥
द्यार षड महि चरत ti
देषि कलि जुग कुपि feat ॥ चरन तीन भन्नत ॥
प्रजा सब Bra पुकारिय॥ चडि करि तें टपराज ॥ बश्य+ परिताहि वद्धारिय॥ fafe कीर अंग लग्गा परस ॥ तिहि कारन इइ Hasta ॥ MI जाय पन्नग तक ॥ सिंगी गर धतिय षिज्जिय ॥ &१॥
HS चाटक॥
इति zee सुमंत गुरं ॥
दिन सात पवयो हरि गंग HT | करित पत्त छिमा forgets भरं ॥ त्रितकाल विकालद चित्तधरं ॥ न्निपराज परीत तत्त गुर ॥ धरिध्यानकद्यो बदलीष धरं ॥
* aq B,
च्यादि Wa | Re
Za कालमसुतप्पयदेव AT I न्टन ग्यान सुन्धो वपु व्यास AT NN ISH Ii या विद्या बदलीत राजन गुरु Bret रिषंतारयं॥ Ta राजसु SX धारन धरं frat AAT yt Mad सुधनं तु मातुलं इयं Are इरि तारयं॥ मे ध्यान रिषि राज राजं वर पापापहारं पर ESI चंद्रायना ॥ अति किसलय सु सकामल अग ॥ जानु कि afaa देदीय अरग ॥ किला दोपायन दौपन व्यास ॥ कोपिन रकि न मंडल चास ॥ ६४ ॥ Sur किसनदीप दीपायनह ॥ कदो रषी सब बत ॥ जु कु सराप Yt उध्थी ॥ परन राज गुर् AAA ॥
का वित्त ॥ fat आई वर ब्रह्म ॥
अप्य रिषि रिषि सु पुकारं॥
* ददी waa 8, † ज. 23, + Bomits खा |
RR
aife ua |
कै त्क ZI AE ॥
न तरू ARH मरे धारं ॥
उभय fan चिंतय ॥
VE Wl AV | AT
ZU 4 Sai ता ATA ॥
अदित za रिष्य fata ॥ qa भति चित्त चिंता सुचित ॥ धरि ध्यान चित ध्यान जिय॥ सत विष्य ars लिय बार बर् ॥ आड थ्य राजनसुदिय॥&५॥ दिय ea मधि कोट सुफल ॥ चेद राजन धारिय॥
कम लंदन लागंत ॥
निकरि कीटं कित कारिय॥ दिनक मधि ada ti
भरा Afa पंचनि नारिय॥ न्टपति हकम मुष fear ॥ करा सा* काम कारिय॥ फिरि आड राद दिष्ट वचिय॥
* {3010108 सो
wife ya |
RR
am मडि cane फनिय ॥ जं जाइ site कलि हंस कत ॥
ey देह aa ्र्पनिय॥ तब जनमजेय YA ॥
fear efaa जनमु किय ॥
तहां धन अतरवेद् ॥
६€॥
STH चडि लैन सुत किय॥
करिय te चलि अप्य ॥ सहस चेला संग धारिय ॥ आस्तोक धुर ATA |
तब सु तद्धूयकं बिच्चारिय॥
छलत किं रूप लकुटी Asa ॥
ग्रहिय गुरु पुङ्ध * डसिय |
भष काज सिष्य सिष्या द्इडइ ॥ विप्र रूप तद्कक इसिय ॥ &७॥
Ser आस्तीक गुर वेर कजि ॥ पडि
विद्या ग्रह AIT I
wane निप सों मिलिय॥ मंद्यो अष्यन जाग ॥६८॥
* B. og
as अदि wad |
कवित्त ॥ fafea वैर fag बरस॥ पत faa बालि सचारबप ZU जनमेजय नाम | I तामस उत गारब॥ तात बैर सिसुरष्ि। जियन साद Bre विचारे ॥ जानिलु बात नहरिय॥ AX RIT जनु HT | Va मंत सक्ति तङ्क सुनग॥ दद्र सरन पती तवै ॥ सुनि कनं राज तामस भयै ॥ करह मंच साधन सवै ॥ ६९ ॥
चद्रायना ॥# करि† अस्तुति खाहा इद्र जेागं॥ तां इद्र आय सुरं नाग भेागं॥ इत देव सादेव सारन BAT तिन काडि दीयंत ae पाप पायै 1 O° I
* ए 8008 कद् WHA ॥ † करौ B.
च्यादि Wed |
कवित्त ॥ अभय दान चातुर ॥ अन GAS पान SAN सरन रष्षि भय नरन | कटि q कित afe सत। तुय लग्गि aa कराल ॥ खान मंसन उ वासै ॥ रुधिर चरम अरु असति ॥ बस्त बस्तन उ नासै ॥ aed जाइ जग TUT ॥ जननि जाय ग्रभडह गरे ॥ तिन कारज राज IFAS | नियत तदक तन TAT ॥ ५१ ॥ Sur it au चिंता ag af aa sat sa वाय चिन काल ॥ ti नृप राजत राजकुल ॥ पुनरजनम दुष ज्वाल ॥ OR ॥
* 2B. F2
Re
ae अदि पन्नं |
कवित्त ॥ सा तदक AY प्रमान ॥ मंदो सु अचल करि ॥ गरव गरूर तें fasts ॥ St TA जु मंत धुर ॥ अचल <a प्रति aa अचल a चित अचल बर tt देव देव प्रारश्थि॥ इद्र मुकिय asta धर I AIS नाम धर Haat ॥ दूर aaa थदराद्या॥ कल पान YEU AR बस्त TE ॥ AS गुरु गुर छाई या ॥ ७३॥
Eur सो आबू wart विधि॥ कां कथा परबंध ॥ sat safest रिष्य मुष | Gat सु गुर समबंध॥9४॥ ` गुर गालब Var सिष |
अदि wa | २७
बह विद्या पठि sax ॥ पय लग्गा गुर राज कै॥ AV THAT काम॥ ७ | छंद वाधा॥ गालव रिषि सिष्य wart i दिय विद्या बुध कम कम अंग ॥ गुर दकिन Ast गुर जच | गुर पतनी तब मंगि विरे ॥ कुंडल जि पिचिया ara i अप्यो जासु दकिन दान॥ दिवस AAT aa अंडे ॥ चरचेां दान विप्र चुत He चस्य रिष्थि चमके ताम ।॥ गुर गुरनो कें करे प्रनाम॥ चिंतत इष्ट WAT बर TIE ॥ संपतै थं सद् निप are ॥ जच्चे कुंडल fafaa पासं ॥ साद waa विधि बर तासं ॥ विप्र nea समपे कुंडल ॥
“So Band T. but A has जाम which rhymes while the other reading does no
इष्ट
खादि wai |
कदि डर तक्षक वोच नोच षल ॥ लै कुंडल Va इरषे मन॥ STAT राज विप्र अन्धो BA I रम्यो विप्र राइ चंचल चर ॥ ङलि तदक लीनं Fes वर WO ॥ कमयै fan ofe अति चंचल ॥ धरि afe Sa g गये रसातल ॥ विल इषे agi रिषि ताम॥
दमन fia भय विहत विराम ॥ अस्तुति दद्र करन wa रिषि ॥ amit वासव faaa वज्र सिष ॥ त्रित असित feat ्राषंडल ॥
धर रिषि afe wa विल मंडल ॥ पेठ विप्र नागपुर ठाम॥
थाम प्रग्र मंच विराम॥
TAN पुरुष UH षट आरं ॥ ` फेर चक्र तास फिरि तारं i
TEN बाह ATE सत वारं ॥
उच तेज BWR अपार ॥
* चत 3.
Fy © wife ua | Be
धं नर नारि अषे वर ara वे अह थ्य वे ईस aaa faaa सड्िता तंति ara a अद सेत स्याम अध तायं । अदि धुते न Vas Aare ॥ UAT पद्ध AYA सरां ॥ फकत पुं धार Ya Wat ॥ Wil नाग अंग सह Tat ॥ प्रगटे अख पलक Te धति ॥ अप्या कुंड नाग मान हति | fae कुंडल AG गुर वामं ॥ गुर विद्या अप्प अभिराम । दूज वर व्र पेट HET धर ॥ विल sifua* fare थान मंडि थिर ॥ ७७॥ दूदा ॥ विल अथाह तिहि थान भय ॥ वहत संवद्कर वित ॥ VIR कराल कराल भै ॥ faa faa काल बितित॥ oz ॥
* „^. 294 B. भेत |
8० अदि waa |
ae पड़रि ॥ fafe समय ताम वाचिष्ट रिष्ष ॥ धर ASA करत सम आड सिष्ष ॥ सिव पुरिस सभ सारन बन्न॥ सुभ थान TI BATS मनर ॥ बर इष्ि ठाम विश्राम ara ii अनेक रिष्षि किय ae विश्राम ॥ fate समय चरतिय हाम थेन ॥ सामीप समंपो विलह तेन ॥ अध xfer इषि waa गाव ॥ सुदेव परिय afa विल अथाव ॥ EA VIA काल आत्रीतः चेन ॥ चित्ते सु रिषि ava केन ॥ वल जप्य VET गापात थान । तहां गथ fof सिष्षह समान ॥ उतकंट विल set सु रिषि। नंदिनिय नाम कहि सदिति! सिष्षि ॥ Haq गाव संपत्त az ॥ संभारः क्िथै सुर उच्च तच्च ॥
* fa. B. खात्रीन, A. † सदति B. ft ware A.
wife ued)
Ga वचन सावद्क YA I चित्ते सु cfr facara कम ॥ ७€ ॥ दूदा i चित अनेकं ह विधि विवर i विल नंदिनी निकास ॥ मच रूष गंगा तवन ॥ लगे करन रिष तास Neo BS भुजंगो ॥ नमे देव गंगे जया मात गंगे ॥ ZA रूषका मंडलं ब्रह्म संगे ॥ चयं पथ्य चेयं गुनं ते निवासं ॥ वर खद् SIT सेव HTT fed सेल भेदे सु भेदे धरायं॥ सजे रूप कायं सुरायं ATTA i मधू STA पाय प्रावेस कारो॥ सतं मुष AAT सामुद्र UT खली सेत Hal TUS समुदं ॥ अचे सेष wt सुमान समुदः ॥ धरा चल्लो* भागोरथो विश्वभागं ॥
* चलि B.
४१
wife पव्वं |
faz अध्व ओघं तनं दुष्प दागं॥ सुभं उच्च sere बोचं विराजं ॥ मने स्तुम आरोह सोपान साजं॥ ` नरं नोर नीचं तटं ओन प्रम्मं ॥ तवै अम देवं गुनं WA WA ॥ परे ase कलेवर धंषि st ॥ भषी कावलं fafe गामाय yet tl तटं Stat wa थलं वारि ESN fac मधि अदल वीचिव wan तिनं आतम देह आनृप धार ॥ बरं उर्वसी चामरं fey AT धरे ध्यान भावं तिनं ToT द्वे ॥ faz मज्जनं अपसा जम सब्बे ॥ अलक्त गंगा तनं तेज सेड ॥ मनै दाहनं दाहं दानं जडे ॥ सुयं गंग WA | गंगा WATT | St नाम गंगा जमं किं करार ॥ चिपंथो चिगामो विराजंत गगा ॥ AVIS लाकं AT नाग+ AAT |
* ताम B.
© 2
wufe 42 1
THE धरी ज्यों fiat तीन लाकं ॥ महादिव्य धुन्नी नवं निगम STs I कला को गुहोरं FAT फारि ATH | vata Arafat मानुष्ष भागं॥ रदी नप्प अष्पी Ta ताप भज ॥ महावद राजं दिवं दुर्ग रजे ॥
भयं भीषम मात ge पाप षंडे॥ . जमं ज्वाल जालं तमं तेज चंड ॥ CE WE रगो ET सीस AT I महामेदिनी मात दुर्गे TAT at काल काला जलं स्वेत रूपं । तां उष्यनी मात ATH AAT ॥ भद्रे गाम सदं सु AAT मेतं॥ अर्य नाम गंगा उतंगा वितं । इरद्वार दारं कला त्र HAST करी मुक्ति मग्गं महापापमद्रौ॥ तिनं नाम लीनै fad ताय पीजै॥ fad समरनं देव संयान कीजै । कयै गाहि तें पंथ उग्माहि साजं॥ Get तापिनी तेज त्रं तेज राजं
षड्
88 wife war |
Gel मध्य वारानसी Ara* Sat कली काल FIA काटन्न क्रपेनो॥ ८१ ॥ Feri जब लगि रज तन मात A A TZ ञ्रंगसेालाद॥ तब लगि काल न AIA ॥ क्रम्म पाप सब HTT ८२॥ गाथा Wt HA अधं सव WA ॥ दिव्यं at देह सारूपं॥ सुरगं† करं सुगामी ॥ We नाम रसन Vat ॥ ८३ ॥ दूदा ॥ | सुनि गंगा सुबयन रिष॥ उभरो आय Wars tt ताहि तिरत नदिनी॥ आद az विल यान॥ ८8 ॥ freq सिष्ष धार सुसब।॥ धर ast तां गाव॥
* मक्त. 3. + Bomits this. { gta 23 but wrongly ; ga == wa’ seems correct.
wife wa | ९५
ar meta मंदाकिनी ॥
गद पयाल फिरि sia ॥ ८५॥ विल अथाह दिष्यौ सु frat चित चिता परयत ॥
के निकसे या मधि गत॥ गात भयानकं षत ॥ ८& ॥
ae fast ॥
चिते रिषि ofa बिल 1दुक्रित॥ उर wait अति faa मद्धि fea ॥ qata रिष् सिष्य क्रत कामं ॥ ae न काद् बुद्धि बल तामं ॥ faa ध्यान अप्प रिषि राजं॥ यादि daca का धिर काजं ॥ चिंतत रिषि ध्यान उर भासः ॥ डे सत पुच हेमगिरि जासं ॥
पुच रक जाचेां तिन पासं ॥ विल पुर पुरं उर आसं ॥
ARN राजरिषि दिसि उतर ॥
* परयत 2. t+ इत ^. T. good sense.
{ नासं A which gives no
9९ अदि Wa |
eat मन आनन्द दिव्य धर॥ गे रिषिराज पास गिरिराजं ॥ इष्ये अग पति आसन साजं ॥ मेना सहित आय पय लग्गे ॥ अरघ पाद् करि WIAA Tai |i So | Ser
सुनि सु वचन गिरिराज Sr ॥
ate रिषिकारन षात॥
पुच रक जच तुमहि ii
afta सपूरन गात ॥ ८८ ॥
कवित्त ॥
तब सु faa fat <a
पुच we निज खन्बं॥
कहि कारन fafa षात॥
ष्य रपो कुल Az |
इसु रिषि सुत ब्रह्य i
नाम बाचिष्ट महामति॥
धमं पार तप aT hl
पार श्रुत कमे परमगति॥
TF FAT तुम रक AE
अदि Wa | 89
fifa काज कारज रिषि॥ daar वास विल उडरौ ॥
पाद TAT परसुच अषि॥ ce ॥ तब अष्पहि अग्र पुत ॥
सुनह गिरिराज चित faa पिता बाच रिष काज॥
कड छंडदहि सुक्रम fea ॥
उच सु भूमि निषेद् ॥
थान जानह् तुम सब्ब ॥
भ्रम करम अरु देव ॥
सेव जाजन नहि अन्व ॥ qian देस कारन विक्रम ॥ कहां सु केम fast गमन ॥ afad प्रान aa at रिषि॥
पे दुष्ट थान Bate न तन ॥ € ° ॥ तब Sit सुच ब्रह्म ॥
gat गिरिराज ya सम॥ इदहिसुमामि बिल ata रम्य मंडहिसु तप्प हम) ॥
* Probably for हम shortened for the sake of the rhyme. स
ec सादि पव्वं |
सवै देव इदि वास ॥ तिथ सब्बे रिषि aay fan ga बर वल्लि ॥ सुगुन गंधवे सव कन्व | किन्रह कम सुत धम धर II सुर्तिमान ast तिसिर ॥ इरि ब्रह्म ईस संवास सद ॥ जा आश्र महि इकर गिर॥
छद् परो |i रमनीक ठाम बाचिष्ट राज॥ तहां aafe देव देवह विराज ॥ इइ यान पुब्ब क्रत युग प्रमान ॥ रिषि कयै तप्य जर्जित विधान ॥ Tee बीर इक बधिक ST अति पाप आघात करूप ॥ भजे Gam तिन धम ara | पायै सु इरिय दरसन विधान॥ चित संष चक्र गद् पद्म बाह ॥ तन स्याम सुभित पीत ware i दिष्यो जु wet तन रूप भील ॥
श्यादि we |
कोनी ae तन faa निमष stan mat y feg गेाविंद AT
जानी न पुब्ब धरमह सरीर ॥ fafa दिष्यि दिङ् कामह करूर॥ चिदया सु पाप मथांस az I
तब आय रिषि उपदेस दोन॥ fafe काज इडां \ यह क्रम कोन I ant रु ay fa ara gah बंटहि किं पाप पापह संजुत ॥
तिहि जाय WEN बर भील मान॥ बंटयो न पाप किन sit थान॥ लग्यो चरन कर धनुष तारि।॥ आघात घातं बानीस जारि॥ व्याघात नाम At बधिक थान॥ मम ya ra उद fara Wee
TST Ul 3
ai afed रिषिरजं॥ तुम केडई दिवस yaa करि अश्थं॥ फनि हम दरसन प्रमं ii
8९
* इयां >. तारी. 23. -† This line is omitted in T. |
ii
Wo अदि ua |
AAV गुरु मंच दे BAUS t मरां मरां ae afeat afea भगताय अंगयं नें ॥ भदे तु चक्रम AT I ai निय wa AT देहं es ॥ Fer | बाबी फिर sire वली ॥ अंग vt ही TAN ata सबद् qe fant ॥ धीर धीर कै राम।॥€५॥ तब धरि मधि कढ्यैौ सु रिषि दिषिप्रबल्ल तप पार ॥ बालमीक रिषिसा war I सुनि fate qua बिचार ues कवित्त ॥ सुनि सु बचन गिरि qua i aa विधि राम ars cfs मध्य ya गिरि* acu सेई Veal बाच सहि ।
_* भिगिरि 8. evidently a 11181816.
wife पव्वे |
डे सु पंग बिन axe
रमि Wat न UTE FT Ut
जाय परं faa man
करों GT AST YT ॥.
पित बाच सन्या Baa |
वाच सुरि de अवं बहि ॥
साद बाच तातं wa कञ्ज रिषि
कद् स चक्कहि मुष मदि ॥ cot HE VET ॥
अर्बुदा सचल AeA नाम ॥
क्रत काम UAE UIT | ATA Wt
धर नंद नंद् नंदन DANA tt
उद्धार सार ले जाह AA tt
SA सु गाय बनभ व्याघ्र काध॥
BT सु राज राजन समाध tt
कुरु लाय करिय करुना! सु धेन ॥
दंडाय राज राजन वलेन ॥
तन धरिग RA AMT सरीर ॥
feat न सिंघ तां निमष तीर ॥
* बिन. 2. 1† gear 3. H 2
ve
x wife ya |
सुप्रसन्न गाय waa aq fcfa
fart 3 अंग द्रष्पक विसिष॥
यन थान दिषि अदा राज।
रिष ae St TE चलन साज ॥ ९८ ॥ कवित्त ॥
तब तवि wae नाग।
fas गिरि नंद fea fea |
Vi weft लै my 1
fase at नाम! ara fea i तब नंदी Vaan
डप हिता नाम तिर्य हित ॥ सु रषि कज्न सुद्ध रहि॥ ` सुरनि उड़ रहि वाच पित॥ अप्प सु बत HIS उरग ॥ सुरनि सीस नषे सुमन ti
धय परसि मात पित बंध aa | TH सु हेम MAT गमन ॥€€ ॥ ¦
+ इष्यक 3. + The last half of this line and the whole of the three following lines are omitted from B, apparently by an error of the copyist.
ऋोदि wa |
aa निय अवृद् ATT ॥
कंध उदर्य नंदि नग» |
मग्ग अग्गा गिरिराज ॥
रिषि संचये सथ्य arm ॥
साध सिध सुर सुरद |
सुमन नंषे Var सड |
रिषि अगो गिरि पद् ॥
छाय संपत तथ षड ॥
प्रावेस किय गारत्त गिरि॥
जय जय बचन सरीर SF Il
भे मंगन सुतन सब्बे सुगिरि ॥
Vaal नाक सु नाग FH NW १००॥ दूदा ॥
VIA नाक सु नाग YH ।॥
दिव अस्तुति परमान |
पुहप ete दश्यां करिय ॥
जय जय TAIT ATTN १०१॥
गात सकल गिरिजातकै॥
सब FSAI सम नाग ॥ `
# नन्द्गि, T.° `
wR
५४8 aife पव्वे |
उबरी नास सैल तहां tt साह wel बिन लाग ॥ १०२॥ नास सु CACTI FAT ॥ उर अति चिंता aT I अति srqt वाचिष्ट रिषि॥ ईस आराधन लग।॥१०३॥ साटक॥ ईसंजागिरिजाननेवगरयं उद्लंगमातंगिनी ॥ चर्मजावद्जामवंतजलज ^ वृदं तयं GSTS ॥ रष्यंजारतिकरनकामतिमलंद लयंति तोयंपुरं ॥ बिपुरारिंतनतुंगतारनगुरं जे जै et Tas ॥१०४॥ छंद भुजंगो ॥ नमे आदि नाथं Say समाथ। नदी मात तातं नका मंगिः वातं॥ जटा जूटयं सेषरं WATS | उर हार Vella WATS ॥ अनोलं असनं उपंबीत राजं ॥ कलंकालक्रटं करं खलसाजं ॥ वर अंग Bry विभूत Bre
* दः 8.“ + ममी.
अदि 7a |
ya कारि उग्रं सिकाल अनेापं। करि wa कधं हरी पारिधानं॥ SANTA वासं कैलास धानं ॥ उमा अंग वामं सुकामं पुरष्ष * ॥ सिरं गंगा नैनं! चयं पंच AT ॥ नमः संभवायं सरव्वाय पायं ॥ नमे WAG वरदाय सायं ॥ पद पत र नित TAM ITT HIST महादेव भीमं भवार ॥ AGHA ईसं नर चवंकार | नमे WH VU Ma र अकार I कुमारे गु नमेे नल Me ॥ नमे व्याधर्वाधर द्विद्ध जीवे॥ नमे लाहिते नील सिष्य'ड र्तं ॥ नमे qfaa चक्षुषे दिव्य रतं ॥ qe; खवदेवं स्तुतेवं ॥
नमे faa जारिल्लर देव देवं॥ नमे तप्पमानाय ATA जार ॥
५५
* कु ^ ४०2. t3¥B. ‡क्ष्रो. § TB. | षृ.
ud खादि wed |
नमे ब्रह्मचारी AIAG कार ॥
fad चातमे चातगे अगे चार ॥
नमे विश्वमा वित्तर विश्वरार ॥
नमसते नमसते नमे सीततार॥
नमे सर्ववक्कायने GATT ॥
नमे ब्रह्मवक्ताय भूतं पितार॥
नमे वाचपे विश्वपे aaa |
नमे सीस साहस्र Wala रसं |
सहस भुजा नैन सहस तेसं ॥
नमे पाद् साख आसंष कर्ने ॥
नमे वहि हिरन्य हीरन्य वनने ॥
नमे भक्ति आकंपनं संभ देवं ॥
fat fife दाता मनं वच्च सेवं ॥
प्रसन्नो Wal ईस तन्वे न कन्बे ॥
तनं ताप विनास र चित तन्वे ॥ १०५ ॥ चैापाई ॥
सुनि सुनि वचन मेद मन ईसं ॥
आयषरौ TaN Tare सीसं॥
बरवर बानि नानि ATE ॥
जपंहि ईस आस जिहि sme ॥ १०६॥
wife yea | rk)
ANTE मुनि सज्जन गुन गुन बर ॥ wet ई किति जिति जिहि धुर धुरे ॥ ता कीतो Aare सें लीजे॥ ब्रह्मासन आसन डालिज्ने ॥
देषि सरूप ta मन Safe ॥
जे जे जोड west वानो षदि ॥
गोरक UT तेज तन उदित ॥
रिषि रामंचित्त तैव मन सुदित ॥१०७॥ सुदित मन उदित तन भारो
इरि वैकुंठ La मनचारो।
sag गिरि धरि ध्यान सु ईसं ॥
करे काल तिहि कालं जगोसं ॥ १०८ ॥
BSH li
aaa चिजटेवसीस चितयं Feu Teas ॥
चेदेवं चिदिसा fay चिगुनयं चिसंध ese ॥ चरमं चयलछिकाल चितयंग्राम चयं चवयं ॥ गंगाच चिपुरारि भासित तनं सायं नमः संभवे॥१०९॥
- ~~
#* धंर ^. + डां. B.
ys
छादि war;
दूषा ।
saat प्रमथाधिपति ॥
बर बर Fat बानी ॥
रिषि aie उतकंठ मन ॥ साड सम्यो sift ॥ ११०॥ फिरि रिषिजंष्यो संमुमेों। जौ तुदा AH भास ॥
भग्ग THAT अचल करि ॥ एनि सज्जो सिर षास ॥ १११॥ ar arg गिरि राज गुर ॥ मेर सम लसै लास ॥
चिपथ ताप afa 24 ST li वसि afaatt कैलास ॥ ११२॥
कवित्त ॥,
aq gq ta मन सुदित॥ पानि dat गिर गोारव॥ रष्व अचल कडि अचल | भयै अचलेस नाम aq | सुथिर wat नग नंदि i ay fat ae | सच्यो।
चादि wat |
उमय श्राय तिहि ara
सगन प्रमथाधिप tsar ॥
गिरि नंद नाम VASE सुतन ॥ अवेद नाग सुभि नम ॥
fafe नाम fafay भय तिथ इर । पारस अगप्यन AY तन ॥ ११३॥ चल नाम कडि अचल ।॥
अचल विद्या अभ्यासिय॥
sag गिरि धिर धयो ॥
बीयै बानारस बासिय॥
उदित नाम इक ATT I
afa लभ्ये तिजगत गुर ॥
Zea नाम इक दौड ॥
करे उपवास ATT AT |
वानार भति बारानसीय ॥
आव् अवद उद्गरीय ॥
जट विकट जाल विभूभूति रग॥ aca सुति fea दिग फिरिय।॥ ११४॥
ae uate ॥
अग awa दिषि afse रिष्ष॥
12
€
arfe wa |
मन मुदित wat सम ae सिषा इर वासदेव सव गुन Bala |
वरन रिि चित चितःथान॥
आभासि सिष्य गोतम तथ्य ॥
STATA वास अनि रिष्प सश्थ ॥
आभासि रिष्व अनेक ताम ॥
wate बालि प्रथु प्रियकः ara
देवल असित Wat FT ॥
तमि स्प्य.माली विभूवः॥
मह महन सनक जनेय पैल ॥
दालभ्य AH सुमंत Vell
दीपाय किलर थूलं सिराय॥
Aafca जग्य वक्री सु ताड ॥
जैमनीय भ्रुव वैसंपयाब ॥
इन लाम असुहाच जान ॥
Hey अरति केसिक दामः।
उष्णीष) चिवन पनादवाम ॥
धट जात, सुबलः मेाजयनेय, Il बल वाकं परासर वाय वेय॥ सचि वाक. जात HA कनमाख॥-
wife पव्वं | ६१
सनि वाक fears सुचिपाल i fafa वांनस पपत पारिजात ॥ अगस्ति मारकडे सुभाति | पावि पानि सवन्य रभ्य ॥ किरनाधकेत wy मेष सभ्य ॥ HATA भालकी ATT ATW गालं afe रिय ब्रह्म BAT | aifea बंध ATS सनक्क ॥ सानंद सनातनः TA FH ॥ सांडिल करक BAITS TT | AAT अश्व इय BT AT ॥ वेनी जय घनः घना सकेत ॥ वहे कलापः वक्रोव सेत ॥ अष्टा वक्रं उद्ाल केय ॥
चव नह कपिल मातंग जेय ॥ माधव्व गरग अनेक रिष्य ॥ अर सु अन्य तां समह सिष्षः॥ अइवान मच बलः तथ्य ATs I Wa Sac MT | तथ्य ॥ alaxz गंग सरसति Bz
द्र
wife wad |
अनुसरिय बड़ सबसीयताय ॥ ऊषधी aa मनि aa धात ॥
बर SH लता फल FEU पात ॥ जाजन्य जजन अधिनय ध्यायः ॥ लगे सु करन रुचि रिष आ्आय>+॥ अहवान बान उचान जाप॥ लगेसुकरन रुचि इष्ट ताप। जप हाम मंच धारनाध्यान॥ आरम्भ रिष्ष लग्गे सुग्यान॥ अराधि सकति अभासि aa aaa कोन गिर उच धाम॥ आद्र सरिष संवास कोन॥ आश्रमम Wey awa काज Fax ॥ ATA जाप SATA VTA I अआराध उच आयास Ara प्रोनतदेवसु वास आय॥
सब लिले छद् ददार काय॥ विसेष मंच जंच गुरेन ॥
बधेजु मंच कर By 2a
* © garg in the first line and चाप in the second.
ef< wed |
afc भसम देव देवल Bee I विस्माह अग्रत पावे सु पीव॥
अति wa कम्म इष्ये Bas | आर मु निसाचर लन मद् ॥ arta fos मंगिय करूर ॥
तिन समत afa षड नग नूर ॥ faa अचित पंच आभासि देह ॥ रस दुग्ध सही द्धा BAe |
के ud वायके ध्यान दैव ॥
जल दूध ART AAT सकेव ॥ ११५ ॥
TST ॥
कंदं फलानि फलय ॥
aed मुनिय कालबेकालं ॥
र्कापि धार धरयं॥
are सवं निधानं ॥ ११६॥
संताषं विनान wai ॥
कल पंतं राजनं TT ॥
जा Tals VE ॥
त सुखं इय मूल काम लया ॥ ११७॥
९६8 wife we
दहा ll जंचवेत दानव TAT अरु THA धुखकेत ॥ अप्प सथ्य लोने सकल ॥ आर FEE देत ॥ ११८॥ afar ॥ आन्त करि रिष्ष जग्य ॥ मंच कारन Gay जप ॥ US इश्थ बर YS ॥ अष्ट UTA VS वपु ॥ SVT तीन अरु AST Il मडि चवक्रून समासम॥ au संमति सम किय ॥ फनति वच्य देव कम्म ।॥ अगि नेव थान अगि नेव धर ॥ बाड कुंड दध्यिन दिसा॥ aca निवत्त धज मंडिके ॥
TARA लगे किसा ॥ ११९ ॥ पंच yar जग्यैापवीत॥ पंच ual अधिकारिय॥
~ rr “ कम क ्््------- ----------- - -------- [न ््----- --------- -
आदि Waa!
दवा मुनि दूज राज ।
वेस्य axe चितकारिय॥ चर विडाल पशु az ॥
कम्म चंडाल GS करि ॥
इद प्रमान ca विधि सुक्रम्म॥ जंग मंडे सुमंडि इरि ॥ दानव सुदुष्टं TE TRA ॥ दुष्ट मूच वरिषा कर ॥
वसु मंस रुधिर ag सुजल ॥ कमं विप्र समुह STN १२० ॥ Vat चै fan
गीत Wat मंच जप॥
ता Het घन विधन ॥
कारं BCE असुर FT कवक भूमि इलव ॥
कवक पवत SATA ॥
sfa afe कब कर ॥
कवक TH बु्लावे ॥ ` भादिनो रूप WISH करे | aaa सिंघ नदह कर ॥
K
६५
९६ अदि पव्वं।
तुष्णोक TS गावे केवकं | वे Esai तालह धरं ॥ १२९१॥ दृहा ॥ दिष्षिदिष्िमंडीसुरिध॥ जग्गिनि Brae जाप॥ ताहि विरागन मन मुदित॥ GA सकल संताप ॥ १२२॥ छंद प्री ॥ रज इष्टि उपल faa नंषि थान॥ चासना बीर पह लगिन यान ॥ रिष गये सब वाचिष्ठ पास॥ राष्यसन HET मंदो fara | रिष राज दुष्ट बध चित sa दंयो जजन TS मंच भाय | १२३॥ कवित्त ॥ aa सु रिष वाचिष्ट॥ कुंड रोचन रचिता महिं ॥ धरिया ध्यान जजि Sta ॥ मध्यबदी सरसा महि॥ तब प्रगट्यै प्रतिहार ॥
अदि wa | १७
राज तिन ait afta i
Ufa WTA चालुक्घ ॥
ब्रह्य तिन चाल सुसारिय।
पांवार प्रगट बीर AT I
क्यौ feo पंमार धनु ॥
चय पुरुष Fe कीनै अतुल ॥
नद रष्पस FSA तनु ॥ १२४॥ छंद मलया ॥
कारनं जग्य बंभाननि मानयं ॥
thay कुंड खंड fat थानयं ॥
आसनं दिव्य देवान आहवानयं ॥
आसुरं कौन उचिष्ट ऊथानयं ॥ १२५ ॥ दूदा ॥
जब बाचिष्टह जग्य कजि ॥
सजि कुंडह सुभ थान ॥
तब आसुर अन TAS |
किय uae उतान ॥ १२६ ॥ कवित्त ॥
तब fafaa बाचिष्ट ॥
VE आसुर अविचारिय ॥
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अदि aa |
जग्य fae उचिष्ट ॥
करं कातर कत SIFTS |
सुरन अंस संग्रहे ॥
इवे न EVE आवह I
से उपाव संचियै ॥
जा याहि संवर असुर सदह ।॥ निम्म्यो सु खर संयाम भर॥ अरि अलंघ षंडं सु षल ॥
aa धरहि जग्य कारन सकल ॥ विमल fae Sa waa ॥ १२७॥
aca i
saz घाट रिषि ईषि निसाचरं।॥ परसि च्यार धरि ध्यान ग्यान ae ti चितिय ब्रह्मकरम fate कामद ॥ भये रूप रिषि ब्रह्म सु तामह ॥ १२८॥
कवित ॥
अनलकुड किय अनल ॥ सजि उपगार सार सुर ॥ कमलासन अआआसनह ॥ मंडि जग्यापवीत जुरि ॥
wife wa | ge
चतुरानन स्तुति ae ॥ मंच Tart सार किय ॥ सु करि कमंडल वारि ॥ जुजित areata थान दिय॥ जाजनि पानि अव seta जजि ॥ भजि सु दुष्ट आदवान करि । उपञ्यौ अनल AAA तब ॥ चव सु वाह असि are धरि ॥ १२९॥ दूदा ॥ सुज प्रचंड चव च्यार सुख ॥ रत Aa तन तुंग॥ अनल FS उपञ्यो अनल ॥ चाहवान चतुरग॥ १३०॥ दद वाधा॥ SUA अनल अनुपम रूप ॥ नहि आरति अवर न रूप ॥ ब्रन अभूत सु उनत fare ॥ वंदन भर कि बद्धम नुपिष्टं॥ स्याम राम कपाल विसालं॥ उनित कंध इतिय Fare ॥
wife aa |
लाल माल ATA उर ATA प्रयु प्राकु्ट दिद कर STH नयन प्रथुल मुकुटी सुकरूरं | मुष आकूति वालदर नूर I RAF Wa उर चान ATA Ce Bata भयानक दोसं ॥ तान पुरि सर ब्विसुकासं॥ धरिय पान सरि बीर बिरासं॥ षेटकं षग Bat VT
safe बान दिष्यो रिष are i चाहि आड रिषि आद्र समंगे ॥ MIEAIA Ale सद सुरगे | समरी सकति रिष्षि गिरवासी॥ दीय सहाय HS कजि तासो ॥ आई सकति सिंघ आरे ॥
द्वादस भुजा सु AAT सेदो ।॥
षेटक षग बरदह पासं ॥ घंटा बान करती सिर आसं॥ QUT सकति श्रल ATU ॥ देषे रूप करम करम AS I
चादि पव्वं | ७१
आसा afc ae रिषि राजं । चाहवान मंडौ क्रत ATT ॥ चाली सकति सहाद AAG ॥ चसे खर सवे कसि बल्लं ॥ सब आर चडि THA ठान्॥ aga Te सवै असमानं ॥ बाहे वधि सकतो ST धड़ Mare पड़े धर भारं ॥ सद्धं धुमकेत सकतिय | जंचकेत चहवान सुहतिय ॥ अधसु TAA दानव GS I गर रसातल AT अद्ध ॥
देवो आड AAAE पास I जंपो तथ्य प्रसन्नी तास I MAIL कहे AT ATA | yor Ga पौच परिनामं ॥ कुल गा मुद थप्पे नाम ॥ sat fcfe अचल्लहइ ताम । vat सिर जैकर Wears ॥ aug वंस अंस जस मान |
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छादि wea |
जीति say देवो चहवान ॥
दिय बर दान WS असमान ॥ गड असमान कयि सद Are tt UY RIT SF HAT ATT I
Ve करि SE चहवा नं ॥
अनल ae उपज्जि परिमानं ॥ STH WAS प्रकारं ॥
Bar सुष Vat अधिकारं |
वेदं स्याम अथवेन रूपं ॥
रिगु जिज्ुवेद् देव गुननूपं॥ चित चमकार fax दिसि लग्गिय ॥ पद्य ताहि ब्रह मंड सु जग्गिय | बानी धुनि मुनि इहरषिव सीसं ॥ बर बचिष्ट तहां दई असीसं ॥ ate वंस हाद कुंडल धारी॥ जनु कि अकं राका विस्तारौ | थुति करि सेव देव तिहि aa i जे जै au जिते weare |
पर हरि बोर बोर नरकेकं ॥ तिहि चालुक्य भये TAR ॥
छादि waa |
पररि बर पावार तिवार॥
कराध रूप जाजुल्य निधार ॥ जाजुलति पारहारन दिष्य ॥ fafa करि विप्र चैरि तदहं रष्यो ॥ तिन कारन वाचिष्ट रषीसं॥ अ्बद् नाम faftae जंगीसं ॥
ता उपर FTAA ATT
2 सराप वाचिष्ट पठार I
अववे दानव TE Y STG
Al रष्य चव कुली सु राषे।
वंस छत्तोस गति जे भारी।
चयार कुली कुल तिन अधिकारौ॥ सब सुजात जातो मग दिष्षिय॥ र ब्रह्मा अविसेष fafafora ॥ ese a
कवित्त ॥
रवि ससि sea 4a ॥ AFA परमार सद्ाबर॥ ` चाहवान VATA Il
BH सीलार आभीयर॥ दयम् तुमकवान ॥
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©8 ष्यादि Wea |
qea गादिल गादिल पृत ॥
चापात्कट परिहार ॥
TWA TST रास FA I
देवरा टांक सैधव BAT
पतिक प्रतिहार दधिषर ॥
AC WG AS UA हल ॥ ‡
हरि तट ATH ATT AZ | १३२॥ Set
धान्यपालकनि कुंभ AT It
राजपाल कविनीस ॥ ५
ATTACH आदि रे॥
वरने वंस छत्तीस ॥ १३३ ॥ कवित्त i
पठन मंच fra Ta tt
च्यार fast उष्यार॥
कुचिल दीन परिहार ॥
परि WE सत भार I
चतुर बीर चाहूवांन।॥
BT मुषा VANS
अष्ट अष्ट aire 1
wife wea |
देव Tle सुसाह॥ पमार वाइ धन धन ATS ॥ कदय रिष पंमार धन॥ SYR WE VIR दज | afaa gaa मडि ततन ॥ १३४ ॥ अनल RE AAT I उपज Sreia अनिल थल ॥ सुकर ate करि वार ॥ धनुष ATE बांन बल I तिन रष्षि.सपरिबार ॥ धार Ba धरनि निषद्य ॥ ` षल जुषित संसु ॥ तिन सिर waa afga ॥ बंभान जग्य निरबिघन किय॥ पुदप इष्टि सुर सीस रजि॥ TH सु धरनि षग भुञ्जबर ॥ रिष्ट निवारिय इष्ट भजि ॥ १३५ ॥ दूदा ॥ faa Tar atat gy Te fate q aa प्रथिराज॥
ब्र. ~
SE आदि प्के ।
सा सिरषत पर वादनह॥
किय राकै जुविराज ॥ १३६ ॥ छंद पदर hi
ब्रह्मान जग्य उत्यन्न मूर ॥
चहवांन अनल अरिमलन AT ॥
VAN अंग प्रचंड ATs ॥
पहमोस इह अरिगिलन राह॥
प्रतिपाल धरनी Sat | धम्म ॥
्रुतमान कोन उतंग कम्म |
रते सुजाग भव AT UTA
पुर अमर नाग नर fafa जास ॥
Me अन BT सामंतदेव।
अरि मंत an मत्ता जुरेव ॥
महदेव सु अन ASA तास tt
सु प्रसन्न ईस Aaa जास ।
वर अजय् सिध fare सु राम ।॥
नर बोर सिध संग्राम ताम॥
Ga बिद् खर उद्रदार ॥
Waa ओय संका बिडार् ॥
च्यादि 7a |
qa बैर सिंध वैरी fads ॥ श्रव बीर सिंध अरि बोर Se अरिमत सकल कलि कलन चूर ॥ मानिक राव WEA AT I TAA FAA AT सहस मथ्य॥ मह सिध सिंघ dare पथ्य ॥ सुञ्चद्रगुपत समचंद्ररूप॥ प्रताप सिंघ आरेन दूप॥
सुत मेह सिंघ वर माइ रूप I भूत भयंकर TA Ta BW I
सुत सेन Us ae सेनवंत ॥ संप्रति राइ सुभ ततमन॥
QA ATTA सम नाग राज ॥ अस्थूल AZ MAT राज ॥
गिर लाह धीर सुत Wa सार॥ मुञ्च बोर सिंघ संका विडार ॥ aa विबुध सिंध समजेाग छर ॥ जस चंद्र राय वर अजस FT ॥ सुत faa राज जस faa चिंत॥ रर राद नर बुधिमंत॥
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aife qe |
बालन राय वलि अंग ates ॥
मुञ्च प्रथम राद पहमी प्रहास ॥ तिन अनुज अंग राजन अनेय ॥ कलि अलप आड fat Ss ॥ धर्माधि राज रति Sat Arr |
षट uz fafa wae a ATT II जग्ग TA UT बीसल ACS महपाप रत FATA BT I
क्रत अक्रित काम fae a ata ॥ जिन असुर धार षनि द्रव्य लीन ॥ संसार थागि aia द्रव्य काज॥ उपजा मति अनमेर राज ॥ कड सुमाल गज कयै रक | लीयो न किनह फिरि सहर नेक | कामंध अंध THAT न काल॥
wa अहक जारि गिरि इक्र माल I चस्या न राजनीतह प्रमान ॥ नोत बंधिन्टपयथांन ata i THA न धम्म VST प्रमान ॥ सुकजा fara करि अगम ATA
च्यादि wed | es
अवलाह are छंडिय सुकिति ॥ सुका wa आभ्रंम जिति॥ STAT अतिथ Se न AT ॥ ay सुह किति TAT ATE ॥ चासि बरस बर राज कोन I पायै न प्च फल सुष्यदीन ॥
बल अवल चित चित्यो सु काल | पाया न सुक्रत कटु करन साल ॥ गति अंत सुमति सा हाद बीर॥ पावे | iA AAT AUT ॥
द्रवि mat सुमन बीसल afte | waar बोर fafa बीष्य कंद् ॥ धन मदन सदन भरि खव्ब जंम॥ तिहि परत ड़ रत्या Asa I कत्था कदम उर असुर रज्जि॥ धर SSI नाम द्ानव उपज्नि॥ जगि जाग नयर जुगनीय थांनह Yat स आय उगगति विदान ॥ रथ च्यार चक्र उतंग बाद ॥
असि असिय ea मुष अग्ग दाह ॥
wife पव्वं।
संभरिय धरा धरनीय Iz qa नरनि रे जाह जाइ ॥
सिर केपि tg धुनि दसन afer उभरे षग जनु इद्र गज्नि॥ प्राहार पाय धुरनि धुज्नि॥
पुर नयर तद्र उर Ufa afar कंपो सु भूमि नव ce aif i ASA नाव ज्यों वाय पान ॥ लग्ग न पलक zea चदि ॥
SH उकार द्रगपाल गदि ॥
दिष्य सरूप दानव उतंग ॥
वैराट रूप इरि धया अंग ॥
पंषोरु ब्राग नर सपं arts | आघात सह aaa सु गाजि॥ चित fea चित जुग्गिनी प्रधान॥ पुज्जै सु आनि उग्गति fret i SEATA रूप दानव प्रमान | भज्यो सु पुच आबु सथान ॥ १३७॥
Set I
सा दानव अजमेर वन॥
आदि wet |
teas दिन धन FA Il
खन्य दिसान न जीविक ॥
थिर थावर द्रिग मंत ॥ Bsc ॥ aire ॥
संभरि सार नरिद्ह संभरि॥
पंथ प्रजा VAT रन HAT Il
रम्य ACA करी सु धरनिय॥
रहे AS AS अफाट करनिय॥ १३९ ॥ Ser ॥
मोरां चलि रनथंभ गिरि A
सारंग Tal राह I
प्रजा पुलंदौ महिम धरि I
TA अनल गारादइ ॥ १४० ॥
अनल aH धरि गौरि fag |
गय रनथंभ fears i
रा जद व रावत पति।
मातुल पष चाहवान ॥ १४१ ॥ छंद भुजंगो ॥ :
धर नौर TAA BAR राजं |
वसे देवगामं Tat AA SH ॥
M
=z wife wa |
नवं an नित्तं नवं इत सिष्पै ॥ नरं तारतारं नवं va fare ॥ चरं संभरी ara Gan मित्त ॥ धरं ध्यान दिष्ठे अजमेर चित्तं ॥ कला अब सिषिं महामल्न वीर॥ fat मग Sod ue मंच AT दिनं ate अन्बीड rez पिल्ले ॥ aa नेह निद्रा at fad fas i करं पादकं विद्ध ATH ATT ॥ भरभे अभेन ATS सब्ब Tey ॥ बधे काम कामं अली हान weg | सुभे राजसं तामसं सत्तं eT ॥ रमै जम सेना ग्रहे जम भारी | साई संभरि बात दिष्षे करारी ॥ कंडे काल कालं अकालं fasy ॥ <a St रमावित ai चित संय ॥ Sa बाह परचंड दुगे सरूपं ॥ इसा दिष्षियै राज AAT अनुप ॥ १४२॥ कवित्त ॥ | अति बल बंड प्रचंड |
दूदा ॥
गादा ॥
wife wea |
fés अाषेटक frei ॥
हिरन राज acre बधि। बागुर वर मिल्ले॥ .
बन पव॑त facart निवान | राई राजन संग Ss ॥ राग रंग भाषा कवितं। दिव्य वानो चित मंडे I
इय दर्थ देत संषे न मन ॥ षग मग्ग घुनी वदे ॥ चहवान वंस अवतस इम | TT अनेक BAT रहे ॥ १४३॥
तन मंडी मदी अष्पनो।
wet बालक वृधि ॥
रास रम्यो अरिञ्रंगमें। तव पुद्धि alae सुद्धि ॥ १४४ ॥
सर तर Sere विद्या | सा विद्या अन्य सारसी नथ्थी॥ सा ATA WAHT |
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८8 शादि wea |
aaa प्रिय ये सष्पी ॥ १४५ ॥ जा faq att पतनी | HT हाड बीर HHT | नवं तीन वत्त ATT | सा माल वीर या Ar Wess दहा ॥ | बोर Fu मातुल सुमति। गवरि सपरन्नो जाद् ॥ का fafe dafe mosey | तुम FH जपहि माई ॥ १४७ ॥ गोरि मात AS पुच सैं । पत न पुङह वत्त ॥ fafe भय जल लाचन भरदि। वर पुद्धन परतत ॥ १४८ ॥ छद् Tau | Waal मात सें पुच सचि ॥ जानांन aa Ar पिता वच्च॥ मा तातनामवदी न Ute नन करा आड HIS गेह ॥ Bai न अब अजुलोय तात ॥
अदि प्व ।
उष्यनौ बेदह किनसु गात ॥
के नाम लेय मातुलदइ वंस ॥
पित बैर BH बर बीर ST ॥
act कि प्रानं मुकु ब देह ॥
संसार भार wat कि Fe ॥
sat afte यह afea बात॥
सुनि अवण अप धर परिय मात॥ १४९ ॥
Ser i ga wag न कौजियै। a तिय इय AVE ॥ अदि Ea द्ानव प्रबल | धर UAT ATT ॥ १५० ॥ भिर न कहत दानव सरिस। मानव मनुषो देद॥ म गंधारी निहारि सुष॥ qa विलासनि गे ॥ १५१ ॥
afta | इह मातुल वंस प्र॑धानह मांन॥ भये दस YU सु मांनिक aia
& <¢ सादि wag |
विचारि कर्थ तहां संभरि ग्राम ॥
वस्यौ अजमेर सुमंत fasta ॥ १५२॥ कवित्त ॥
धर afaa बलि राय॥
मात लभ्यौ न कित्निरस॥
धर सुक्िय qa पंड |
सुष्य qa सु दुष्प वसि ॥
धर मुक्रिय श्रीराम |
सोया ATI बल ATTA ॥
धर Fal नलराय।
सिरां कालंक तज्यो इय ॥
धर मुक्ति वीर इरचंद् TTI
नोच ATE धट जल भ्य ॥
ठंकन सु भूमि 20 जानिये ।
au टंकन इल चर RAT ॥ १५३ ॥
ZU Sha इल VTE ॥
इल SHA सु राज AT I
षड ठंकन AT देव |
देव SHA वर अंबर ॥
अप जस aa fafa |
च्मादि wa |
fafa daa जस धारिय॥
ञ्चागुन ढंकन fas |
सुगुन विद्या उच्ारिय॥
CHAE काल वर भम AT |
va काल ठंकन करिय॥
मा वित्त गुरू ea जु fag ॥
faq daa पित उच्चरिय ॥ १५४॥
अरिल्ल॥ दहि विधि आनल बत उचारिय। पुब्ब कथा संभरि संभारिय॥ fate विध राषस Ss उपने ॥ सार्ग दे कैसै TS AAT ॥ १५५ ॥
Suri
रक वत तुम ai Het ॥
मात कथा MARTE ॥
at fate विध दानव भये ॥ दह Baca AT ATS ॥ १५६ ॥ Sr a at साच न AT
Al Bi sei देद।॥
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<< चादि पव्वै 1
ze aaa जिय जांनि जह ॥
नव निहचे निज अड ॥ १५७ ॥ गाथा॥
कथि मा कांनन कथयं ॥
जा At ऊपर पुच हितार्या ॥
जीवन TAT परनो ॥
आना AS आंन उपायं ॥ १५८॥ दूदा ॥
quate सुनि दानव कथा ॥
अवन FAA हाड ATA Ii
इइ अरिष्ट अंग TUS ॥
पित परिपिता प्रसंग ॥ eye ॥ afc i
Sat कडि A aE डर AE ॥
मेरे age दाय न आवह ॥
रामादन भारथ कौ बाता ॥
सा हां सबं सुनत Si माता i १६०॥ माता वाच | कवित्त ॥
fafe पुर गवन न RTE ॥
ताडि कोड् पंथ न वुद्धे॥
चादि पव्व।
faci दिष्ट नह fue ॥
ताह कतै करि Gas ॥
जा श्रवन AAS सुनी ॥
सु कषे कैसी परि कदय ॥ जाके VE म हाड ॥
ताहि कैसे कै गद्य ॥
दूह कथा असम अद्म्रूत Ala ii इट निग्रह सुत जिन करे ॥ सुनत fe अवन दुष उपज | fas A ATE कारिज सरं ॥ १६१ ॥ मात सुनह सुद्चवबात॥ कथा सुनें ते का लगे ॥ `
केते नर fla TT
भये सुर दानव Ai I
तिन कौ कथा प्रसंग I
सुनि सब काडर समुद्यावहि ॥ तिन के wa विरद ॥
ara aca में arate
इड जांनि मात Waa A सुनैं। कहे तें AZ लगे A ॥
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ge aif wed |
जे जे faaia विधि fare ।॥
ते ते free निव्बडे ॥ १६२॥ सुस्लि॥
पुत्त सुनह इह बत पुरानी ॥
कहे ते हाद गदगद वानो॥
अनल कुंड आबू रिष कने ॥
राज उपाद् राज सिर SAT ॥ १६३॥
ताके कुल तें उष्यनैी ॥
माहाराज भम्माधि ॥
ता के बोसलदेवन्डप॥
सवे राज आराध ॥ १६४ ॥ atari tl
SIs & FLATT Il
af बोसलसु Ws aT ॥
सुक्रवार प्रतिपादा i
मास वेसाष सेत पष ॥
MA वंस AMA
विप्र dat जन BIT
दीयै च सिर तिलक ॥
वेद AAT उचारं ।
च्यादि wa | ER
Mat AN IT FX TA Il WHAT जस उद्धरे ॥
अजमेर नयर अरि जेर AFT विमल राज NAA करे ॥ १६५॥
दुहा ॥
बर uga aga अमित ॥ समित वेद् फुनि राज ॥ समय sa बोसल FATE ॥ र्थी AA सम साज ॥ १९६ ॥
छंद पद्वरी॥
N 2
सिर मंडि डच बीसल नरिद्॥ असन सिंघ बर बरन इद् ॥ aza मंडि वेदो fare ॥
रस पंच मेधि मले तिकाल ॥
बर वटी ज्वाल खंडन विभाग ॥ जमि रहे जमल YS पलति लाग ॥ मष aay दिष्य परस्यर बेन ॥ तिन yz eat चतन धूम Wa ॥ जानीत बेद् मुष TS मेन ॥
सुभ समय असुभ उच्चार कंन ॥
ER wife ua |
संपर Aq किन्नो भिषेक ॥
दुज दइय बंध fay असेष ॥
fafa Sa cis fea | लप माल॥
SH जया VIS बीसल TAs ॥ ego ॥ Ser I
Waa Us बोसल पति ॥
विकल इद घन AIT I
षंडन faa टंडन कर ॥
बिन अपराध अतार॥ १६८॥ कवित्त॥
दमी बीर बोसल नरिंद्॥
अजमेर AT पर ॥
रचि रचनापुरदिव्य।
aati विश्वक्रम्म कोय करर ॥
अभम धम GUT |
कम दुक्तित नन इद्ध |
चक्क द्रव्य संग्रहे ॥
विना Ya SIA न वंङे॥
चव वरन सरन चहञ्भान कै ॥
da aria सेव॑त ही ॥
wife पव्व। ९इ
वीसल afte भमाधिधारि ॥ देव कला देव ABT ॥ १६९६ ॥ पटरागिनि परिहार i
WA सारंग उप्यनैी॥
पुच हात भई गत्य I
बाल बानिक at दीनैी॥
ता बानिक नंदि्नि॥
नाम गोरी सारंग VA Ml ZH यान पय Wa |
इक सिज्या इक BAA | नव बरस iin Ha TH | QS राज बीसल किये ॥ वीवाह ESM बर बन गयै ॥ तद्दां सिंध वर fara ॥ १७० ॥
दुहा ॥
सिंघ विनास्यौ वनिक सुत ॥ कन्धा किये अन्द ॥
उत VAT ब्रह्मचर्य AT ॥
तप पहूकर तजि ATE ॥ १७१ ॥
(3. aif wea |
az ust ti अति दुचित wat सारंग रेव ॥ नित प्रति at अरिहंत सेव ॥ बुध भम feat बंधेनतेग॥ सुनि सवन राज मन भो TET ॥ TAIT कुंवर सनमान कौन A fafe काज तुम दह भरम लोन ॥ तुम afe सरम हम के बत ॥ बानिकं ga इन तें दुचित ॥ इह नष्ट ग्यान सुनिये न कान ॥ पुरुषातन wat fafa हान | तुम राजवंस राजन ST I गया सर षेला बन FTA I परमेाध तजा बोधक पुरान ॥ रामायन सुनह भारथ निद्ान॥ अभिमान द्ानरिन सरन Wa I चार्य प्रकार सुनि राज क्रम ॥ परमेाध मानि राजन कुमार ॥ तत काल मंगि SY SANT | भय प्रसन्न राज HAT TAT ॥
व्यादि qa | ey
रजधांन संभरिय ATE जाव ॥ गजराज पाट ईँ बर उतंग॥ सिंधासन दौनै जटित नंग ॥ तुम जाह HAT संभरिय धांन। किरपाल afta कायथ प्रधांन॥ परहित मुकुंद सारंग चुहान | साचेार धनी नरसिंघ Via षंधार लार बहबल बलाच ॥ दीय बहत eta कै न साच I अनेक जाति उमराव सथ्य ॥
2 7 नर वाहन सुतर रथ्थ॥ तिहि बार धाय बांनिक बुला ॥ faa जाह HAT कौ सथ काय॥ तुम किथे ga सैं मेक मूढ ॥ fafa वेन क्यौ कडा देह दंड ॥ अजमेर मेद्धि संभरि दिसान॥ जा STE तन्न षंडो षरान ॥ इतनी af za wal मथ्य ॥ रय च्यार भरे तिन बार अश्य॥ जाजनह TH कीन मिलान |
ed site 7a |
अनेक WIT तहां षान पान॥
भय प्रात प्रसन्न पग लग्गि पुत्त॥
चलि सीष मगि संभरि पहत्त 1
सर जाय पहचिय संभर* राय Il
मन बच सुद्ध करि कम्म ATS ॥
दस महिष भजि तहां बलि सुदीन i
जज VA घाम सुर प्रसन्न कोन॥
कीने प्रेस सुर महिम मैलि॥
तारन कलस बंधि राजपालि ॥ १७२॥ कवित्त ॥
किय प्रवेस सारगदेव॥
संभरियथांन fart
आय te fata अनेकं ॥
पग win नम्मिनर॥
तब alae किरपाल॥
सबन कैं Beat दीनी ॥
aaa बसर दत चित॥
देय दिलासा किनी ॥
जद्वनि गौरि आदय wate ॥
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